कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी दल आज शाम राष्ट्रपति से मिलेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। कांग्रेस, एनसीपी, माकपा, भाकपा और द्रमुक समेत पांच विपक्षी दलों का एक समूह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर विरोध प्रदर्शन के केंद्र में तीन कृषि कानूनों पर अपनी चिंता व्यक्त करेगा ।
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के राहुल गांधी, एनसीपी के शरद पवार, सीपीआईएम के येचुरी, सीपीआई के डी राजा और डीएमके के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पांचों नेता विपक्षी दलों की ओर से शाम पांच बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
योजना के बारे में बोलते हुए पवार ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न राजनीतिक दल (कृषि विधेयकों का विरोध करने वाले) राष्ट्रपति से मिलने से पहले बैठकर चर्चा करेंगे और कृषि कानूनों पर सामूहिक रुख अपनाएंगे। राष्ट्रपति के साथ हमारी शाम 5 बजे की नियुक्ति है । उन्होंने कहा हम उनके सामने अपना सामूहिक रुख पेश करेंगे ।
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है और तीनों कानूनों को निरस्त करने की मांग की है। सितंबर में बनाए गए तीन कृषि कानूनों को सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़े सुधारों के रूप में पेश किया है जो बिचौलियों को दूर करेंगे और किसानों को देश में कहीं भी बेचने की अनुमति देंगे ।
हालांकि विरोध कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुरक्षा को खत्म करने और मंडियों को खत्म करने का रास्ता साफ हो जाएगा जिससे उन्हें बड़े कॉरपोरेट्स की दया पर छोड़ दिया जाएगा ।