संजय लीला भंसाली भारतीय सिनेमा के एक ऐसे महान डायरेक्टर हैं, जिन्हें अपनी कल्पनाओं को वास्तविकता में उतारना बखूबी आता है। उनकी फिल्मों में भावनाओं की गहराई और कला का संगम पाया जाता है। फिल्ममेकर अपने काम को लेकर काफी सख्त हैं। उनके गुस्से से इंडस्ट्री के सभी लोग वाकिफ हैं। अब इसपर उनके साथ काम कर चुकी सीमा पाहवा ने खुलासा किया है। आपको बता दे सीमा पाहवा ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गंगुबाई काठियावाड़ी’ में अहम भूमिका निभाई थी। सीमा बताती हैं कि कैसे एक बार आलिया भट्ट ने सेट पर एक बच्ची को संजय के गुस्से से बचाया था और इस इंसिडेंट ने आलिया के प्रति उनका नजरिया बदल दिया था।
सीमा ने फिल्म ‘गंगुबाई काठियावाड़ी’ में एक सेक्स वर्कर की भूमिका निभाई थी। वह अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए बताती हैं कि उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा था कि आलिया भट्ट इतनी डाउन टू अर्थ होंगी। आलिया का एक छोटी बच्ची के प्रति ऐसा बर्ताव देखकर उनका मन बदल गया।
सीमा हिंदी रश को दिए एक इंटरव्यू में कहती हैं, “मेरे मन में ये बात चल रही थी कि वो एक नई लड़की है और एक फिल्मी परिवार से है, मुझे आश्चर्य है कि वो एक इंसान के रूप में कैसी होगी। लेकिन, मैं हैरान थी। वो मेरे साथ बहुत सम्मान से पेश आई। शायद इसलिए क्योंकि संजय ने मुझे उससे एक सीनियर एक्टर के रूप में मिलवाया था। लेकिन, सेट पर हुई एक घटना ने उसके बारे में मेरा नजरिया बदल दिया।
सीमा ने बताया, “एक सीन में एक छोटी बच्ची थी, जिसे सोने की एक्टिंग करनी थी और फिर उसे एक डायलॉग बोलना था। वो उस एक सीन की शूटिंग काफी समय से कर रहे थे। सुबह के करीब 3 बज रहे थे। बच्ची को नींद आ रही थी। इसलिए, जब भी वो बिस्तर पर जाती, वो सही में सो जाती और अपना डायलॉग नहीं बोल पाती। इससे संजय को बहुत गुस्सा आया और वो चिढ़ गए। वो चिल्ला रहे थे, ‘वो हर बार क्यों सो जाती है?’ उस समय आलिया भट्ट उसकी मदद के लिए आईं। मैंने खुद देखा। उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट से कहा कि ‘जब मैं तुम्हारा हाथ खिचूंगी, तो तुम अपना डायलॉग बोलना।’ ये एक सेल्फलेस जेस्चर था, जिसने मुझे इंप्रेस किया।”