बॉलीवुड के चमकते सितारों के साथ स्क्रीन शेयर करने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस स्कूलों में एडमिशन लेने तक का सफर आसान नहीं था, लेकिन रिद्धि अरोड़ा (Ridhi Arora) ने अपनी मेहनत और जुनून से यह साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। आगरा में जन्मी और पली-बढ़ी ऋद्धि ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी। उन्होंने ‘हिचकी’ जैसी फिल्म में रानी मुखर्जी के साथ और शाहरुख खान के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट्स में काम किया।
बॉलीवुड से कॉरपोरेट तक का सफर
मुंबई में टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाने के बाद रिद्धि ने यह महसूस किया कि उनके जीवन में सीखने और आगे बढ़ने की गुंजाइश अभी बाकी है। इसीलिए उन्होंने कॉरपोरेट सेक्टर में कदम रखा। उनके अनुसार, “एक कलाकार के तौर पर आपको दुनिया को एंटरटेन करना होता है, लेकिन कॉरपोरेट में आपको अपने अंदर छिपे लीडर को खोजने और तराशने का मौका मिलता है।”
ग्लोबल MBA का सपना
कॉरपोरेट सेक्टर में अपने अनुभवों को समृद्ध बनाने के बाद रिद्धि ने फैसला किया कि अब उन्हें खुद को ग्लोबल स्केल पर तैयार करना है। इसके लिए उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस स्कूलों, जैसे लंदन बिजनेस स्कूल और INSEAD, में एडमिशन लिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “ग्लोबल MBA मेरे लिए केवल एक डिग्री नहीं है, यह एक ऐसी यात्रा है जो मुझे एक बेहतर इंसान और लीडर बनाएगी।”
मीडिया इवेंट की खास बातें
यह खास मीडिया इवेंट DigitalYoog Media द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें रिद्धि ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। इस इवेंट में कई जानी-मानी हस्तियां भी शामिल हुईं, जैसे एक्ट्रेस आयात शेख, अभिनेता-निर्माता लक्ष्मण सिंह राजपूत, और फिल्म निर्देशक सागर जोशी और अमित कुमार अंशु। सभी ने रिद्धि को उनकी नई यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं।
माता-पिता का समर्थन
रिद्धि ने अपने माता-पिता के योगदान को लेकर कहा, “मुझे मेरी मां और पिता से हमेशा पूरा समर्थन मिला है। उन्होंने मुझे सिखाया कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से हर सपना साकार हो सकता है।”
बॉलीवुड की वापसी का सवाल
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बॉलीवुड में वापसी करेंगी, तो रिद्धि ने मुस्कुराते हुए कहा, “बॉलीवुड मेरा पहला प्यार है, और अगर मौका मिला, तो जरूर वापसी करूंगी। लेकिन अभी मेरा फोकस खुद को ग्लोबल स्तर पर साबित करने का है।”
ऋद्धि का संदेश
अपनी यात्रा को सारांशित करते हुए रिद्धि ने कहा, “सपनों को साकार करने के लिए डर को अपने अंदर जगह मत दीजिए। चाहे आप किसी छोटे शहर से हों या बड़े सपनों के साथ आए हों, हर मंजिल हासिल की जा सकती है।”
रिद्धि अरोड़ा का यह सफर उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपनी परिस्थितियों से परे जाकर अपने सपनों को उड़ान देना चाहते हैं।