मनोरंजन जगत में चल रही है एक बड़ी ख़बर, जिसने सोशल मीडिया पर धड़ल्ले बाजी मचा दी है। रणवीर सिंग और आलिया भट्ट ने अपनी आगामी फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी‘ में किया बेशर्मी की हद पार और इस वजह से उनके खिलाफ बड़ा विवाद हो गया है।
सोशल मीडिया पर लोग इस फिल्म के गंदे किसिंग सीन के लिए रणवीर सिंग और आलिया भट्ट को निशाना बना रहे हैं। बता दें, फिल्म के कुछ विवादित सीन ऑनलाइन लीक हो गए थे, जिसमें रणवीर और आलिया का गंदे रोमांस नजर आया। लोगों ने इसे इतना गंभीरता से लिया है कि उन्होंने रणवीर और आलिया को सोशल मीडिया पर गालियां देना शुरू कर दिया है।
विवादास्पद सीनों के चलते फिल्म के निर्माता और निर्देशक करण जौहर भी निशाने पर हैं। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें फिल्म बनाने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उन्हें आलिया और रणवीर की गलत काम के लिए कड़ी निंदा कर रहे हैं।
‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ की इस विवादित सीन के बारे में बहुत से वीडियो और फोटो भी वायरल हो रहे हैं। जिनमें लोग इस सीन की गंदगी पर बहस कर रहे हैं। आलिया और रणवीर ने अभी तक इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हालांकि, फिल्म के दूसरे पक्ष पर भी कुछ लोग हैं, जो इसे केवल मनोरंजन का हिस्सा मान रहे हैं। उन्हें लगता है कि यह एक फिल्म का सीन है और उसे ऐसे ही देखा जाना चाहिए। वे यह भी दावा कर रहे हैं कि इस तरह के सीनेज आज की युवा पीढ़ी को पसंद आते हैं और यह फिल्म की बढ़ती हुई कल्चर का हिस्सा है।
फिर चाहे विवादित सीन हों या पसंदीदा, ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ का बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार प्रदर्शन हो. इस तरह के विवादित घटनाओं को देखते हुए फिल्म निर्माताओं को सोशल मीडिया पर उचित प्रतिक्रिया देना आवश्यक है और यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह के सीनेज को फिल्मों में ज़्यादा से ज़्यादा रखा जाए। फिल्म के लोगों के जीवन में ऐसे चीजें देखने का असर होता है, इसलिए उन्हें सोच समझकर विकसित किया जाना चाहिए।
हालांकि, फिल्म में रणवीर सिंग और आलिया भट्ट की जोड़ी का बादशाही ज़बरदस्ती के साथ काम किया गया है और उनकी एकदिवसीय केमिस्ट्री और रोमांस लोगों को पसंद आ रही है। फिल्म के अन्य कलाकारों ने भी शानदार परफ़ॉर्मेंस दी है, जिससे लोगों का दिल जीत लिया है।
आख़िर में, हम यह भी स्पष्ट कर देना चाहेंगे कि फिल्मों में ऐसे सीनेज को देखने के पश्चात लोगों को इसे ख़राबी या नकारात्मक तरीके से उचित प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए। इस तरह के विषयों पर हमें समझदारी से चर्चा करनी चाहिए और विकसित भारतीय सिनेमा का समर्थन करना चाहिए, जो समाज को अच्छी मनोरंजन और अच्छे संदेश के साथ प्रदान करता है।