कोटा- पूरा देश जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद जश्न मना रहा है. बताया जा रहा है, राजस्थान के कोटा के लिए यह दिन अत्यंत जश्न का विषय बना हुआ है क्यों कि आखिरी बार 26 जनवरी 2011 के दिन लाल चौक पर तमाम सुरक्षा बल के बावजूद भी राजस्थान के युवाओं ने तिरंगा फहराया था.
राजस्थान के कोटा में बुने और काते गये इस तिरंगे के बारे में भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष लोकेन्द्र राजावत द्वारा बताया गया कि उन्होंने और विनीत राय ने हालातों को भांपते हुए तीन तिरंगों में से एक तिरंगा लोकेन्द्र राजावत ने अपनी पेंट में छिपा कर रख लिया था और विनीत राय ने अपने कुरते में छिपा लिया था.
लोकेन्द्र राजावत और विनीत राय दिल में देशभक्ति की भावना और तिरंगा लिए अपने बाकी साथियों से अलग होते हुए विपरीत दिशाओं में हो गये. दोनों आम पर्यटकों के जैसे घूम फिर रहे थे तो सुरक्षा बलों का ध्यान इतना नहीं गया , और सुरक्षा बल के नजरें हटते ही दोनों ने तीनो तिरंगे निकाले और हवा में फहराना शुरू कर दिया.
तिरंगा फहराने के बाद इन कार्यकर्ताओं को वहाँ के सुरक्षा बल ने पकड़ लिया और करीब 9 घंटे हिरासत में रखा. जिसके बाद वह उनको चकमा देकर भागने में सफल हुए. केन्द्रीय गृहमंत्री और भाजपा आला कमान तक सारी जानकारी पहुँचने के बाद 28 जनवरी को जम्मू कश्मीर पुलिस ने उन्हें अपनी ही निगरानी में सरकारी खर्चे पर प्लेन का टिकट कराकर राज्य से डिपार्चर किया!
राजस्थान से युवा कार्यकर्ताओं में जितेन्द्र मीना, लोकेन्द्र सिंह राजावत, वीरेंद्र सिंह, हिरेन मिश्रा, भूपेंद्र चौधरी व् अशोक भाटी शामिल है.