रतलाम / Ratlam: ऑनलाइन मेट्रोमोनियल साइट्स का दुरुपयोग कर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले एक संगठित गैंग का भंडाफोड़ करते हुए रतलाम पुलिस ने दुर्ग (छत्तीसगढ़) से मुख्य महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह शादी डॉट कॉम जैसी मेट्रोमोनियल साइट्स के माध्यम से लोगों को भावनात्मक रूप से फंसाकर उनसे लाखों रुपये ठग रहा था। पुलिस इस मामले से जुड़े दो अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
घटना का विस्तृत विवरण
रतलाम के राजेंद्र नगर क्षेत्र में रहने वाले फरियादी सैयद अरशद अली ने थाना डीडी नगर पर शिकायत दर्ज कराई कि उनकी शादी डॉट कॉम के माध्यम से एक महिला से बातचीत शुरू हुई। महिला ने अपना नाम आयशा खान (निवासी ग्वालियर) बताया। निकाह के लिए बातचीत आगे बढ़ने लगी, और कुछ ही दिनों में महिला ने अपने “बड़े पिताजी” के अस्पताल में भर्ती होने का हवाला देते हुए ₹12,000 की मांग की।
इसके बाद महिला ने अलग-अलग बहानों जैसे पिताजी के निधन और मां की गंभीर बीमारी का हवाला देकर फरियादी से टुकड़ों-टुकड़ों में कुल ₹1,60,000 अपने खाते में जमा करवा लिए। निकाह की चर्चा जारी रखते हुए वह और पैसे मांगने लगी। फरियादी को महिला की गतिविधियों पर शक होने पर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
इस शिकायत पर थाना डीडी नगर में अपराध क्रमांक 33/25 धारा 318(4) BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस जांच और कार्रवाई का विवरण
रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए विशेष टीम का गठन किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा और नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी डीडी नगर रविंद्र दंडोतिया और साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक राजा तिवारी के नेतृत्व में तकनीकी और डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण किया गया।
तकनीकी साक्ष्य और गिरफ्तारी:
- महिला के मोबाइल नंबर और बैंक खातों का ट्रैकिंग डेटा खंगाला गया।
- बैंक खातों से संबंधित जानकारी से दुर्ग, छत्तीसगढ़ का पता चला।
- पुलिस टीम ने दुर्ग पहुंचकर महिला आरोपी शाहीन बेगम (पति रफीक अहमद) को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में बड़ा खुलासा:
गिरफ्तार महिला शाहीन बेगम ने पूछताछ में कबूल किया कि वह और उसके दो साथी, सूरज कुमार और अमितेश उर्फ टीटू, मिलकर इस ठगी को अंजाम दे रहे थे।
- सूरज और अमितेश शादी डॉट कॉम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से संपर्क करते।
- प्रारंभिक बातचीत व्हाट्सएप पर की जाती, जिसके बाद महिला शाहीन बेगम को बातचीत में शामिल किया जाता।
- शाहीन, भावनात्मक कहानियां और झूठे बहाने बनाकर लोगों से पैसे ठगती थी।
गैंग का ऑपरेटिंग तरीका
- फर्जी प्रोफाइल बनाना:
शादी डॉट कॉम जैसी मेट्रोमोनियल साइट्स पर प्रोफाइल बनाकर निशाना चुना जाता। - भावनात्मक जाल:
बातचीत के दौरान महिला भावनात्मक कहानियों जैसे बीमारी, मौत, या परिवार के संकट की बात करती थी। - पैसे ऐंठने की प्रक्रिया:
आरोपियों ने ठगी से प्राप्त पैसे शाहीन बेगम के बैंक खातों में जमा करवाए।
गिरफ्तार और फरार आरोपी
- गिरफ्तार महिला:
- शाहीन बेगम (निवासी केलाबाड़ी, दुर्ग, छत्तीसगढ़)
- फरार आरोपी:
- सूरज कुमार (निवासी सुपेला, दुर्ग, छत्तीसगढ़)
- अमितेश उर्फ टीटू (निवासी खुर्सीपार, भिलाई, छत्तीसगढ़)
गैंग की कुल ठगी की जांच जारी
पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गैंग ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी न केवल शादी डॉट कॉम, बल्कि अन्य मेट्रोमोनियल साइट्स का भी इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस मामले को सुलझाने में साइबर सेल और डीडी नगर पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत की। प्रमुख अधिकारी जिन्होंने इस कार्रवाई में भूमिका निभाई:
- निरीक्षक रविंद्र डंडोतिया (थाना प्रभारी)
- उप निरीक्षक देवीलाल पाटीदार
- साइबर सेल प्रभारी राजा तिवारी
- प्र आर लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी
- आरक्षक हिम्मत सिंह
- महिला आरक्षक पूजा सिंह
पुलिस की अपील
रतलाम पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन मेट्रोमोनियल साइट्स का उपयोग करते समय सतर्क रहें।
- कभी भी अनजान लोगों के झूठे वादों पर भरोसा न करें।
- व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी साझा करने से पहले उनकी सत्यता जांचें।
- संदेह होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
रतलाम पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल एक संगठित साइबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश किया, बल्कि लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड से सतर्क रहने का संदेश भी दिया। पुलिस के निरंतर प्रयासों और तकनीकी विशेषज्ञता से साइबर अपराधियों पर नकेल कसने का काम प्रभावी ढंग से जारी है।