प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका रहेंगे. वाशिंगटन डीसी से कैलिफोर्निया जाते समय मीडिया ने जब डोनाल्ड ट्रंप से पूछा कि क्या वह ह्यूस्टन रैली में कोई घोषणा करेंगे? इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हो सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं.’
हालांकि किन बातों पर समझौते होंगे इस बारे में ट्रंप ने विस्तार से नहीं बताया लेकिन माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौतों को मजबूत बनाने के लिए यह कार्यक्रम किया जा रहा है.दरअसल मामला यह था कि अमेरिका ने अन्य लाभार्थी विकासशील देशों के दर्जे से भारत के लाभार्थीकरण को समाप्त कर दिया था जिसके जवाब में भारत ने अमेरिका के 28 उत्पादों पर कर लगा दिया था जिसमें बदाम और सेब भी शामिल थे.
कुछ ही महीनों में मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की चार मुलाकातें
अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला के अनुसार इस हफ्ते के अंत में जब मोदी अमेरिका पहुंचेंगे तो उन दोनों के बीच दो बार और मुलाकात होगी। श्रृंगला ने बताया कि कुछ ही महीनों में पीएम मोदी और ट्रंप के बीच चार मुलाकातें हो जाएगी. इस दौरान वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कई विषयों पर चर्चा में शामिल रहेंगे. इस दौरान ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप एक ही मंच से करीब 50,000 भारतीय-अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करेंगे.
अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों से भी मुलाकात करेंगे मोदी
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों के सीईओ स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. भारत लगभग 4 अरब डॉलर से अधिक का तेल,गैस आयात करता है ऐसे में पीएम मोदी आयात के अधिक विकल्पों को तलाशना चाहते हैं. इसी कारण खाड़ी मुल्कों में तनाव बढ़ सकता है. क्योंकि भारत जैसा घनी आबादी वाला देश अपने उपयोग का लगभग 80% गैस व तेल दूसरे देशों से आयात करता है.
इस कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन दो थिंक टैंक अमेरिका के ‘द हैरिटेज फाउंडेशन’ और भारत के ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ ने किया था. मोदी शनिवार को ह्यूस्टन पहुंचेंगे. एक दिन बाद ट्रंप विशाल “हाउडी मोदी” रैली को संबोधित करने उनके साथ मौजूद होंगे। ये दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर न्यूयॉर्क में फिर मुलाकात करेंगे.