आज एक इस लेख द्वारा हम आप सभी को एक आदत के बारे में बतानेवाले है। कई लोग आज के समय ज्यादा मात्रा में धूम्रपान कर रहे हैं। पर क्या आपको जानते है, धूम्रपान के क्या परिणाम है ( consequences of smoking ) आप में से कुछ कम लोगों को इस विज्ञापन के बारे में पता होगा। की पहले पहले दूरदर्शन पर एक विज्ञापन दिखाई जाती थी। उसमे एक एक सिग्रेट्स रखकर उससे कुटिल तैयार होते दिखाते थे। आप सभी को इसका मतलब तो समझा ही होगा।
आज के समय सिगरेट के लिए पुरुषों के साथ महिलाएं भी पीछे नहीं रही। साथ ही युवा पीढ़ी भी दम मरते हुए दिख रहे हैं। सिगरेट हमारे सेहत के लिए हानिकारक है, यह यदि हम सभी को चिल्लाके भी कह दे तो इस बात को सभी नजरंदाज करते है। धूम्रपान उम्र का एक निश्चित तरीका है। धूम्रपान से त्वचा, दांत और बाल बाल बदल जाते है। साथ ही इन सब कारणों से व्यक्ति अपने से बड़ा दिखता है। यह सब आज हम इस लेख द्वारा बतानेवाले है। यह हमारी प्रजनन क्षमता, दिल, फेफड़े और हड्डियों की मजबूती को प्रभावित करता है।
- खराब त्वचा – धूम्रपान करनेवालों की एक पहचान आंखो के नीचे की ढीली त्वचा है। लेकिन इसके अलावा धूम्रपान त्वचा को हर तरफ से नुकसान पहुंचाता है। लंबे समय तक धूम्रपान त्वचा को ऑक्सिजन और पोषक तत्वों से वंचित करता है। इसलिए धूम्रपान करनेवाले अक्सर पीले दिखते है।
- होठों के आसपास की रेखाएं – धूम्रपान करते समय होठों के आसपन की कुछ मांसपेशियां का उपयोग किया जाता है। इससे यहां के हिस्से की लोचकाम हो जाती है। इससे होठों के आसपास झुरियों की रेखाएं बन जाती है।
- खराब दांत और मसूड़े – पीले दांत लंबे समय तक धूम्रपान करने का परिणाम होते है, लेकिन दातों का झड़ना यही नहीं रुकता। जो लोग धूम्रपान करते है, उन्हें मसूड़ों की बीमारी, सांसों की दुर्गंध और नौ मौखिक स्वास्थ समस्याएं होती है।
- दिल की बीमारी – धूम्रपान दिल सहित शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करता है। धूम्रपान समय के साथ रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है। नतीजतन, रक्त को दिल तक ले जाने वाली वाहिकाओं के माध्यम से दिल को पर्याप्त रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती। धूम्रपान से रक्तचाम भी बढ़ता है और रक्त के थक्कों का खतरा बढ़ जाता है। ये कारक दिल के दौरान के खतरे को बढाते है।
- प्रजनन क्षमता में कमी – धूम्रपान प्रजनन क्षमता को कम करता है और गर्भधारण को मुशील बनाता है। सिगरेट का प्रजनन समस्याओं का गहरा संबंध है। गर्भव्यस्था के दौरान धूम्रपान करने से गर्भपात, समय से पहले प्रसव या जन्म के समय कम वजन का बच्चा हो सकता है।
- मौखिक कैंसर – धूम्रपान का सबसे घटक प्रभाव मुंह का कैंसर है। यदि आप धूम्रपान करनेवालों की एक जोड़ी पी रहे है, तो यह अतिरिक्त बोनस है। दिनों ही मामलों में कैंसर के खतरे में 15 गुना वृद्धि होती है।
तो इन सभी परिणामों पर एक ही उपाय है, वह है सिगरेट छोड़ना। धुमराओं छोड़ने का असर कुछ ही दिनों में दिखना शुरू हो जाता है। त्वचा के रंग और बनावट में सुधार करता है, उंगलियों और नाखूनों के दाग – धब्बों को दूर करता है, दातों को सफेद करता है।