रायपुर: आदित्य प्रताप सिंह द्वारा निर्मित चार फिल्मों क्रमशः सिरपुर: प्राचीन धरोहरों का एक नगर, बहू या बेटी, भूख:द हंगर व् बूम का प्रदर्शन दिनांक 31 अगस्त 2019 को होटल आदित्य में एक गरिमामय कार्यक्रम में किया गया.
ये चारों लघु फिल्में आदित्य प्रेताप सिंह एन्टरटेनमेंन्टस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनाई गई है। जिनमें आदित्य प्रताप सिंह व डॉ भानु प्रताप सिंह डायरेक्टर है।फिल्म के डायरेक्टर डॉ भानु प्रताप सिंह हैं। डॉ भानु प्रताप सिंह व मनीषा कटोच ने इसमें काम किया हे। इस फिल्म की पूरी यूनिट इस अवसर पर उपस्थित थी। इस बैनर के अन्तर्गत पिता पुत्र की यह जोड़ी बालीवुड व हालीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुकी हे। जिसमें होटल ट्रान्सेलेन्विया 3 समर वेकेशन,फ़ोजन 2, फाईटिंग विथ माइ फैमिली, द स्ट्रांग फेथ महत्वपूर्ण है। उनकी एक महत्वपूर्ण फिल्म Indo-US प्रोजेक्ट गांधी मेमोरैबिलिया भी प्री-प्रोडक्शन स्टेज में है पूर्व में इनकी कई फिल्में “मंटोस्तान’ “द स्ट्रांग फेथ” ‘एन एवरलास्टिंग लव’ कॉन फिल्म फेस्टिवल 2016 व 2019 में प्रदर्शित हो चुकी है।
फिल्म ‘सिरपुर: प्राचीन धरोहरो का एक नगर’ में देखिये छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक गौरव के बारे में विस्तृत जानकारी।
डॉ भानु प्रताप सिंह ने बताया कि इस डाक्यूमेन्टरी फिल्म में सिरपुर जो कि यूनेष्को द्वारा एक वैश्विक धरोहर धोषित किया जा चुका है। में स्थित महत्वपूर्ण धरोहरों में से 5 महत्वपूर्ण स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।
सामाजिक जीवन व चेतना पर आधारित तीन कहानियों पर फिल्में
आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि इनमें से दो लघु फिल्में सामाजिक जीवन पर आधारित है। “बहू या बेटी’ में माँ बेटी व सास व बहू के रिश्तों के अंतर व जरूरी समानता के बारे में समझाया गया है। वहीं ‘भूख द हंगर’ में जाति व धर्म में भेदभाव की अनावश्यकता को दर्शाया गया है। तीसरी फिल्म ‘बूम’ में सार्वजनिक जीवन में पोलिस के महत्वपूर्ण योगदान को दिखाया गया है।
डाक्टर से फिल्म निर्माता बने डॉ भानु प्रताप सिंह
डॉ भानु प्रताप सिंह पेशे से डाक्टर है। सिक्कों संग्रह के शौक क॑ चलते उन्होने प्राचीन भारतीय इतिहास में एम.ए. किया पश्चात सिक्कों से संबधित चार विषयों पर पी.एच.डी. व डी.लिट किया। उनके दो शोध प्रबंध और एक डी.लिट. दक्षिण कोसल ( प्राचीन छत्तीसगढ़) के सिक्कों पर है। उनके संग्रह में सातवीं सदी ईसा पूर्व से लेकर 7वीं सदी तक के दक्षिण कोसल के स्थानीय शासकों द्वारा जारी सिक्कों का विशाल संग्रह है। साथ ही उन्होने दक्षिण कोसल के स्थानीय शासको द्वारा जारी सिक्कों पर कई लेख व किताबे लिखी हैं।उन्होने कई फिल्मों को डायरेक्ट करने के अलावा कई कहानी व स्क्प्ट भी लिखी है।
फिल्म निर्माता आदित्य प्रताप सिंह को भी है ग्लैमर की दुनिया से लगाव
फिल्म के निर्माता व अभिनेता आदित्य प्रताप सिंह इजिनीयर है। उन्होंने एम टेक व पी एच डी किया है।उन्होंने बताया कि वो प्रारम्भ से ही ग्लैमर की दुनिया से प्रभावित है। और वे कई फिल्मों में अभिनय कर चुक है। साथ ही फिल्मों से जुड़े कई विभागों मे भी काम कर चुके है। परन्तु उन्हे ज्यादा मजा फिल्म बनाने व उसे एडिट करने में आता है।