निर्भया गैंगरेप :7 वर्ष पूर्व, 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में हुई शर्मनाक घटना का फैसला आज सुबह 5:30 चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी की सजा हुई और जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. जानकारी के अनुसार चारों दोषियों को अलग अलग सेल में रखा गया था क्योंकि उनके आपस में चोट पहुंचाने का डर था.
बीती रात को चारों दोषी डरे हुए थे पूरी रात में सो नहीं पाए बार-बार जेल में वह पूछते रहे कि क्या अदालत से कोई आर्डर आया दोषी विनय फूट-फूट कर रोने और कहता है कि मुझे नहीं मुझे माफ कर दो. फांसी के बाद तिहाड़ जेल के बाहर जश्न देखने को मिला भीड़ ने मिठाई बांटकर जश्न बनाया और “निर्भया जिंदाबाद” जैसे नारे लगाए.
निर्भया की मां आशा देवी ने दोषियों की फांसी के बाद कहा कि आखिर बहुत लंबे इंतजार के बाद उनकी बेटी को न्याय मिला और भविष्य में देश की सभी बेटियों के लिए भी यह संघर्ष जारी रहेगा उन्होंने अपनी बेटी की तस्वीर को गले लगा कर कहा कि आखिरकार निर्भया को इंसाफ मिल गया. राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की उन्होंने कहा कि यह उदाहरण है जिससे लोगों को पता चल गया कि दुष्कर्म के बाद सजा मिलनी तय है आप तारीख बढ़ा सकते हैं लेकिन परिणाम नहीं बदल सकते.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया न्याय की जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फांसी के बाद इसे न्याय की जीत बताया उन्होंने कहा “महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना जरूरी है हमारी नारी शक्ति ने हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है आज हमें मिलकर ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो महिला सशक्तिकरण पर आधारित हो और जहां समानता और अवसरों का जोर हो” केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इसे इंसाफ की जीत बताया उन्होंने कहा कि थोड़ी देर सही लेकिन सही इंसाफ हुआ यह जीत है महिलाओं की, यह जीत है अपराध के खिलाफ कानून की,.