कोटा : मध्य प्रदेश और राजस्थान मैं लगातार भारी बारिश के चलते चंबल नदी के सभी निकटतम इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. गांधी सागर बांध के सभी 19 गेट खोलने के बावजूद बांध से पानी ओवरफ्लो हो रहा है. बांध की अधिकतम भराव क्षमता 1312 फिट है जबकि पानी 1318 फिट पर बह रहा है इसके चलते 50 से ज्यादा गांव खाली करा दिए गए हैं और लगातार इस और कार्य किया जा रहा है. जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने सभी क्षेत्रवासियों से बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन की मदद के लिए अपील की है .तथा निजी और सरकारी विद्यालयों में अवकाश के निर्देश दिए हैं.
बीजासन माता मंदिर सहित 25000 मकान बाढ़ की चपेट में
प्राचीन मंदिर बिजासन माता पानी से लबालब भरा दिखा जबकि यह नदी से 80 फीट ऊंचाई पर स्थित है. शहर में रातो रात कई घरों में पानी भर गया. नदी के आस-पास कहीं घर डर गए तो कुछ लोगों का सामान पानी के साथ रोड पर बहता दिखाई दिया. कोटा के नयापुरा, कुन्हाड़ी ,रामपुरा क्षेत्र के लगभग 25000 मकान बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं.
विद्यालय और सामुदायिक भवन बने सहारा.
बाढ़ के कारण सैकड़ों मकान पानी से भर गए जबकि हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए . लोग अपनी जान व कीमती सामानों को बचाने के लिए विद्यालयों और सामुदायिक भवनों की शरण में आ गए. कोटा के सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कल 16 सितंबर को कोटा पहुंचेंगे और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे.