भारत में जिस तरह कोरोना कोविड-19 के मामले बढ़ते जा रहे हैं उन्हें देखकर आपके मन में भी यह सवाल आया होगा की लॉकडाउन के बाद रेल और अन्य यातायात के साधन प्रारंभ हो पाएंगे. भारत के लगभग सभी राज्यों में रोजगार और अन्य कारणों से कई लोग फंसे हुए हैं. बड़े शहरों में यह संख्या बहुत ही अधिक है जैसे दिल्ली और मुंबई. कुछ दिनों पहले मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर लोगों की भीड़ ने यह साबित किया कि लॉकडाउन में फंसे लोग अपने-अपने घरों में जाना चाहते हैं.
इसी विषय पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) की मीटिंग हुई. GOM की अध्यक्षता भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं. GOM की मीटिंग से यह सुझाव आया कि 3 मई को लोक डाउन की समाप्ति के बाद भी रेल और हवाई सेवाएं शुरू नहीं होनी चाहिए . कुछ निजी विमान कंपनियों द्वारा 4 मई के आगे के फ्लाइट टिकट की बुकिंग शुरू कर दी गई थी. उनके लिए फिलहाल आदेश यह है कि वह हवाई यात्रा के टिकट ना बेचें.
GOM द्वारा अभी तक की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को भेजी है जिसमें उन्होंने बताया है कि भारत में वर्तमान समय किसी भी तरह के यातायात साधनों को चलाना खतरे से खाली नहीं होगा. क्योंकि जिन स्थानों और राज्यों में कोविड-19 का प्रभाव कम है वहां भी यह महामारी फैल सकती है.ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, संतोष गंगवार, रमेश पोखरियाल, राम विलास पासवान, गिरिराज सिंह शामिल थे. साथ ही यह ग्रुप अन्य राज्यों की सरकारों से भी फीडबैक लेकर डाटा जमा कर रहे हैं जिसके आधार पर आगामी निर्णय लिए जा सके.