Mukundara Hills Tiger Reserve : हाडोती के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से बाघ एमटी-3 के आकस्मिक निधन की बुरी खबर आई है. हालांकि बाघ एमटी-3 के मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही चल पाएगा लेकिन पगमार्क फाउंडेशन ने इस घटना पर गहरा शोक जताया है.
पगमार्क फाउंडेशन के देवव्रत हाड़ा ने सोशल मीडिया पर शोक जताते हुए लिखा कि ” निश्चित रूप से मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिज़र्व में बाघ की आकस्मिक निधन की ये घटना दिल को दुखाने वाली है लेकिन क्या ये निधन वास्तव मै आकस्मिक था या कुछ लापरवाहीयों ने मुकुन्दरा के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगाने का कार्य किया है? दोषियों को नही बक्शा जाएगा हम धुंधली नही पूरी लड़ाई लड़ेंगे”
दरअसल मामला यह था कि बाघ एमटी-3 ने कुछ समय पहले एक जानवर का शिकार किया था उस दौरान बाघ के पांव में चोट लग गई इस कारण वह लंगड़ा कर चल रहा था. एमटी-3 का इलाज हो पाता उससे पहले ही बाघ का निधन हो गया.
बाघ का था फिल्मी प्यार 150 किलोमीटर की यात्रा करके मिला था बाघिन से
जी हां ऐसा अक्सर आपने इंसानों के लिए सुना होगा लेकिन यह बाघ एमटी-3 का अंदाज भी कुछ इसी तरह का था. बाघिन टी-106 की तलाश में यह साहब 150 किलोमीटर का सफर तय कर उनके पास पहुंच गए. बड़ी ही हैरानी की बात है कि इतने लंबे सफर में कई बस्तियां और काली सिंध नदी भी बीच में पड़ी परंतु यह बाघ ठीक उसी स्थान पर कैसे पहुंच गया जहां पहले से बाघिन मौजूद थी.
यदि वास्तव में इस बाघ की मौत मुकंदरा हिल्स कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से हुई है तो यह बेहद शर्मनाक है. आपको बता दें कि पगमार्क फाउंडेशन निरंतर पर्यावरण और खासकर मुकंदरा हिल्स के विकास में कार्यरत है. फाउंडेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि वे चुप नहीं बैठेंगे मामले की पूरी जांच होगी यदि इसमें कोई चूक पाई गई तो कठोर कार्यवाही के लिए तैयार रहें.