Kota News : कोटा राजस्थान में अब चोर दिनदहाड़े चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया कोटा के महावीर नगर प्रथम क्षेत्र का जहां चोरों ने दिनदिहाड़े चोरी की वारदात को अंजाम दिया. 1155 महावीर नगर प्रथम निवासी शुभम तिवारी ने बताया कि 5 अक्टूबर 2024 को उनके घर सुबह लगभग 11:30 बजे तीन अज्ञात व्यक्ति घर में घुसने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने बालकनी में रखे गैस सिलेंडर और अन्य सामानों को चोरी किया. हालांकि घर का मुख्य दरवाजा तोड़ने की आवाज सुनकर निवासी शुभम तिवारी सतर्क हो गए उनके द्वारा चिल्लाने पर यह तीनों अपराधी अपनी मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए. निवासी के घर सीसीटीवी फुटेज में यह सारा मामला रिकॉर्ड हो गया. इस रिकॉर्डिंग में तीन लड़कों, मोटरसाइकिल एवं मोटरसाइकिल के नंबर को देखा जा सकता है.
FIR दर्ज करने की बात को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बताया प्रार्थी को मानसिक रोगी
हालांकि किसी भी जगह चोरी की घटना होना आम बात है, परंतु यहां मामला पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठता है. चोरी की घटना के बाद शुभम तिवारी ने प्रार्थना पत्र के साथ इस पूरे मामले को जवाहर नगर थाने में पेश किया. जहां उनकी मुलाकात बीट अधिकारी देवेश एवं थाना अधिकारी हरि नारायण से हुई. अपने घर हुई चोरी की वारदात के सिलसिले में जब शुभम तिवारी ने पुलिस अधिकारियों से इस घटना के बारे में एफआईआर दर्ज करने की बात कही तो थाना अधिकारी एवं बीट अधिकारी ने शुभम तिवारी को मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की बात कही.
पुलिस स्टेशन में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इतनी छोटी घटना पर हम कैसे FIR दर्ज कर सकते हैं. प्रार्थी ने पुलिस अधिकारियों को समझने का प्रयास किया कि बात चोरी में हुए सामानों के मूल्य की नहीं है, जबकि यह नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है. प्रार्थी ने कहा कि घर पर वह और उनकी पत्नी अकेले रहते हैं. इस तरह अपराधियों को खुला छोड़ दिया गया तो आगे और भी बड़ी घटनाएं हो सकती है.
मीडिया से बातचीत में शुभम तिवारी ने बताया कि घटना के 10 दिनों के बाद आज भी उनकी FIR दर्ज नहीं की गई है. बीते दिन भी प्रार्थी ने मोबाइल पर बीट अधिकारी से इस मामले का फीडबैक जाना तो देवेश ने बताया कि वह तो मात्र एक कांस्टेबल है यदि CI साहब FIR दर्ज करने के लिए कहेंगे तो हम इस FIR को दर्ज कर देंगे. इस तरह हम छोटे-मोटे मामले भी दर्ज करते रहे तो पुलिस स्टेशन में हजारों मामले दर्ज हो जाएंगे.
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— Media Hindustan (@mediahindustan) October 14, 2024
इस मामले को लेकर शुभम तिवारी तीन बार पुलिस स्टेशन जा चुके हैं परंतु पुलिस इस मामले में ना तो कोई कार्यवाही कर रही है ना ही एफआईआर दर्ज कर रही है. इस तरह पुलिस का प्रार्थी को जवाब एवं FIR ना लिखने की घटना नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है.