हमने आज भगवान के मंदिरों को बंद दरवाजों के अंदर कभी देखा नहीं होगा। परंतु कोरोना वाइरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सरकारने सभी मंदिरों के दरवाजे बंद रखने का निर्णय लिया गया था। सभी भक्त इस निर्णय से नाराज, क्योंकि इन दोनों को हमने आज तक कभी देखा नही और दिन को आज तक कभी देखा नहीबौर ऐसे दिन कभी वापस न आए। सभी भक्त अब बहुत खुश होंगे क्योंकि सरकारने Temple Unlock in Maharashtra का निर्णय लिया है, क्योंकि आज से महाराष्ट्र के सभी मंदिरों के दरवाजे भक्तों के लिए खुले हुए है।
कोरोना के चलते बंद हुए मंदिरों के दरवाजे आज से खुल गए है। एसेमे रत्नागिरी के ग्राम देवता भैरी मंदिर में ट्रस्टियों कि उपस्थिति में नारियल उठाकर मंदिर के प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया गया है। आज गुरुवार से सुबह 8 बजे रत्नागिरी कि ग्रामदेवता श्री दैव भैरी मंदिर का मुख्य द्वारा अधक्ष्य मुन्ना शेठ सुर्वे द्वारा खोला गया। इसके बाद उन्होंने धूप और माल्यार्पण किया। इस अवसर पर देवस्थान उपाध्यक्ष राजन जोशी, कोषाध्यक्ष मन्नू गुरव, अमर विलंकर, जितेंद्र भोंगले, अकी वाटे समेत सभी ग्रामीण मौजूद थे।
इसीके साथ हि मुम्बई के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक श्री सिद्धिविनायक मंदिर द्वार भी सभी भक्तों के लिए खुले किए है। साथ हि उन्होंने सरकारने दिए गए सभी नियमों का पालन करते हुए प्रवेश द्वार खुले किए है। परंतु यदि भक्तों को मंदिर में प्रवेश लेना है, तो पहले आप सभी को बुकिंग करना जरूरी है। इसलिए आप सभी के पास एंड्रॉयड अथवा एप्पल मोबाइल रहना जरुरी है। हर एक घंटे में सिर्फ 250 भक्तों को मंदिर में एंट्री मिलेगी।
https://apps.apple.com/in/app/sidhivinayak-temple/id1254939351 और एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स के लिए https://play.google.com/store/apps/details
id=com.cynapto.ssvt दिए गए लिंक पर जाकर आप ऐप डाउनलोड कर सकते है। प्रत्येक गुरुवार को दोपहर 12.00 बजे भक्तों के दर्शन के लिए ट्रस्ट क्यूआर कोड खोलेगा। श्रद्धालुओं के लिए प्रति घंटे 250 क्यूआर कोड बुक किए जा सकेंगे।
जिन भक्तों ने ऑनलाइन क्यूआर कोड बुक किया है। वही भक्त एस. क। बोले मार्ग पर सिद्धि प्रवेश द्वार और काकासाहेब गाडगिल मार्ग पर रिद्धि चेक पोस्ट से प्रवेश दिया जाएगा। जिन भक्तों के पास ऑनलाइन बुकिंग क्यूआर कोड नहीं है, उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऑनलाइन उपलब्ध क्यूआर कोड एक गैर-हस्तांतरणीय (गैर हस्तांतरणीय) है और व्हाट्सएप, फोटोकॉपी और स्क्रीनशॉट के माध्यम से क्यूआर कोड की प्रतियां स्वीकार नहीं करेगा। जिन भक्तों ने ऑनलाइन क्यूआर कोड बुक किया है, लेकिन उस दिन आने में असमर्थ हैं, वे अपना ऑनलाइन आरक्षण (क्यूआर कोड) रद्द कर दें ताकि अन्य भक्त श्री के दर्शन कर सकें। इस ऐप का नाम सिद्धिविनायक मंदिर ऐप है।
- दर्शन के लिए आते समय कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।
- 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को जितना हो सके दर्शन के लिए प्रवेश करने से बचना चाहिए।
- मंदिर में प्रवेश करते समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा। उचित दूरी बनाए रखें (6 फीट – 6 फीट)
- मंदिर क्षेत्र में छह फीट की दूरी पर स्टिकर लगाए गए हैं। इसका उपयोग भक्तों को करना चाहिए।
- मंदिर में प्रवेश करने के बाद भीड़भाड़ से बचें। दर्शन के लिए आने पर सामान, बैग और लैपटॉप न लाएं।
- भक्तों को माला, फूल, नारियल, पूजा सामग्री और प्रसाद लेकर मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।