बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को भारतीय सिनेमा में काम करते हुए अब 30 साल से भी ज्यादा वर्ष हो चुके हैं। वह एक बेहतरीन अभिनेता तो हैं ही साथ ही उन्होंने अपनी विनम्रता और दरियादिली से कई लोगों का दिल जीता है। उनकी उदारता उनके चरित्र को और भी रोशन बनती है। इसी वजह से उन्हें समाज में काफी सम्मान भी मिलता है।
कैसे करी थी शाहरुख ने जर्नलिस्ट की सहायता ?
हाल ही में सीनियर फिल्म जर्नलिस्ट रोशमिला भट्टाचार्य एक यूट्यूब चैनल, इन कन्वरसेशन विद ईशान पर बताती है कि कैसे एक बार शाहरुख खान ने उनकी मुश्किल में फंसने पर सहायता करी थी। उन्होंने बताया की 90s में एक बार वह शाहरुख का इंटरव्यू लेने गईं थीं। उनकी बातचीत इतनी लंबी चली कि उन्हें समय का एहसास ही नहीं हुआ और जब तक वह इंटरव्यू खत्म हुआ तब तक काफी रात हो चुकी थी, जिसके कारण उन्हें अपने घर वापस लौटने का कोई साधन नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा, “मैं वाशी में रहती थी और उन दिनों वाशी में लोकल ट्रेन नहीं होती थी। सिर्फ बसें होती थीं और आखिरी बस 11:30 बजे रात में होती थी। मैं फिल्म सिटी में थी और अपनी घड़ी देख रही थी। तब मोबाइल फोन और ये सब चीजें नहीं होती थीं और मेरे पति घर पर इंतजार कर रहे थे।”
रोशमीला आगे बताती हैं की शाहरुख खान फिल्म सिटी में एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे और वे शॉट के बीच में इंटरव्यू देने आ रहे थे। उन्होंने कहा, “वो वापस आए और बोले चलिए इंटरव्यू आगे बढ़ाते हैं। मैं तब 24-25 साल की थी और मुझे बस आंसू आने ही वाले थे। उन्होंने पूछा ‘क्या हुआ?’ तो मैंने उन्हें बताया कि मेरी आखिरी बस जा चुकी है और मुझे नहीं पता कि आज की रात मैं कहां बिताऊंगी। उन दिनों वाशी के लिए टैक्सी भी नहीं मिलती थी।”
तब शाहरुख उनसे पूछते हैं कि उन्होंने इस सिचुएशन के बारे में उन्हें पहले क्यों नहीं बताया ? रोशमीला उनसे तब बताती है कि वह शूटिंग करने में बिजी थे और वह उन्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी। तब शाहरुख उनकी सहायता करते हैं और उनसे कहते हैं, ‘चिंता मत करिए मैं अपनी कर भेज दूंगा।’
रोशमिला ने आगे कहा, ‘मैंने उनसे पूछा ‘वाशी तक? बहुत टाइम लगेगा।’ तब वे बोलें- ‘हां, मैं यहां शूटिंग में हूं तो कार आपको छोड़ आएगी। बस मेरे ड्राईवर से कह दीजियेगा कि वाशी पहुंचने के बाद मुझे कॉल कर ले। ताकि मैं उसे बता दूं कि वापस यहां आना है या घर जाना है।’
रोशमिला फिर हंसते हुए बताती हैं कि उन्होंने शाहरुख से क्या कहा। वो बताती हैं, “एक बेवकूफ की तरह मैंने उनसे कहा ‘फिर आप कैसे जाओगे?’ तो वो बोले ‘चिंता मत करिए, मुझे कोई न कोई छोड़ देगा।’ उनकी कार मुझे छोड़ने उतनी दूर, वाशी तक आई थी।”