राजस्थान सरकार ने कोरोना महामारी के संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर इस वर्ष प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराने का निर्णय लिया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद स्वीट कर यह जानकारी दी.
सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. प्रमोट होने वाले विद्यार्थियों के अंकों के निर्धारण के सम्बन्ध में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आगामी कुछ दिनों में जारी होने वाले दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर समुचित निर्णय लिया जाएगा.
राजस्थान विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पूजा वर्मा ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से की थी गुजारिश
आपको बता दें कि बहुत लंबे समय से परीक्षाओं का यह मामला अटका हुआ था लगातार छात्र संगठनों द्वारा इस पर विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे थे. इससे पूर्व पूजा वर्मा के नेतृत्व में छात्रों को प्रमोट करने की मुहिम जारी थी. उनके अनुसार कोरोनावायरस के चलते छात्रों का एकजुट होना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. इसी के साथ राजस्थान के अन्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में भी इसी तरह के प्रयास छात्र संगठनों और छात्र नेताओं द्वारा लगातार किए जा रहे थे. आज यह खबर आने के बाद उनकी मुहिम सफल रही.
आपको बता दें कि यह निर्णय मुख्यमंत्री निवास स्थल पर एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान हुआ इस चर्चा में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा एवं राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, सहित मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन आर्य, उच्च शिक्षा सचिव शुचि शर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क आयुक्त महेंद्र सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.