पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर (PoK) में आजादी को लेकर विरोध जारी है. विरोध को रोकने के लिए पाकिस्तान सेना ने मुजफ्फराबाद में आपातकाल लगा दिया है. पाकिस्तानी सेना ने वहां प्रेस क्लब में गैस के गोले छोड़े. इसमें कई पत्रकार घायल हो गए. मंगलवार को इमरान सरकार विदेशी राजनयिकों के साथ भारत की, तोप हड़ताल का सबूत दिखाने के लिए पीओके गए थे.
लेकिन उसी समय मुजफ्फराबाद में स्थानीय लोगों द्वारा बड़ा विरोध किया गया. ये लोग पीओके पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे का विरोध कर रहे थे. इस शांतिपूर्ण विरोध को दबाने के लिए, पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और आग लगा दी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. कुछ पत्रकारों को भी चोटें आईं.
हालांकि पाकिस्तान परमाणु युद्ध के लिए भारत को धमकी दे रहा है.पीओके में लोगों ने उनका विरोध किया. पाक सेना ने उनके खिलाफ भी बल प्रयोग किया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. पंजाब के हुसैनी वाला की सीमा पर रात में पाकिस्तानी ड्रोन फिर से दिखाई दिया. हालांकि, बीएसएफ फायरिंग के डर से वापस भाग गया.
मंगलवार (22 अक्टूबर) को, PoK के कई राजनीतिक दलों ने ऑल इंडिपेंडेंट पार्टीज़ अलायंस (AIPP) के बैनर तले स्वतंत्रता मार्च का आयोजन किया. बता दें कि साल 1947 में 22 अक्टूबर के दिन पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर पर हमला किया था. इस दिन को पीओके और (गिलगित-बाल्टिस्तान) के लोगों द्वारा “ब्लैक डे” माना जाता है. क्योंकि इन लोगों ने हमेशा पाकिस्तान से इस क्षेत्र को छोड़ने की मांग की है.