आपको यह जानकर बड़ा अचरज होगा कि पाकिस्तान की इस्लामाबाद कोर्ट ने पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को फांसी की सजा सुनाई है. दरअसल यह मामला 2007 का है जब उन्होंने पाकिस्तान में आपातकाल घोषित किया था. इस कारण उनके खिलाफ वर्ष 2014 आरोप साबित किए गए थे. जिसके बाद परवेज मुशर्रफ अपने इलाज के बहाने दुबई चले गए थे. उसके बाद से अब तक हुए वहां से लौटे नहीं थे. जिसके बाद पाकिस्तान की विशेष कोर्ट ने उन्हें भगोड़ा साबित कर दिया था.
इससे पूर्व अपनी जान का खतरा बताकर परवेज मुशर्रफ ने कोर्ट में पेश होने पर राष्ट्रपति स्तर की सुरक्षा मांगी थी. हालांकि एपीएमएल ने मुशर्रफ की पैरवी करते हुए बताया कि उनकी तबीयत वाकई नाजुक है जिसके कारण वह चल फिर भी नहीं सकते हैं.
ऐसा कई बार हुआ जब परवेज मुशर्रफ कोर्ट में हाजिर नहीं हुए. इस कारण पाकिस्तान की विशेष अदालत ने 31 मार्च 2019 को यह बयान दिया कि वह अदालत में पेश हो अन्यथा वह अपने बचाव के सभी अधिकार खो देंगे. और आज 17 दिसंबर को पाकिस्तान की कोर्ट ने इस केस का खात्मा करते हुए परवेज मुशर्रफ को सजा-ए-मौत की सजा सुना दी.