देशभर में कोरोना वाइरस का प्रभाव अभी तक चाहिए वैसा काम नही हुआ है, पर फिर भी नागरिक न जाने क्यों बिना मास्क पहने हुए यात्रा कर रहे है। अब उदाहरण लेना है तो मुंबई का हि लिजिए ( No Mask Mumbai ) कितने नागरिक है, जो आज भी बिना मास्क के सभी जगहों पर घूम रहे है। साथ हि सरकार के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।
आपने देखा हि होगा हालाकि सिग्नल तोड़नेवाले गाड़ी चालक को भी दंड का मेसेज ऑनलाइन भेजा जा रहा है। और अब आप यकीन नही करेंगे कि बिना मास्क के यात्रा करनेवालों पर भी अब ऑनलाइन कारवाई होनेवाली है। उन यात्रियों से दो सौ रुपए दंड लिए जायेंगे। नगर निगम यह मोनिल्बे एप तैयार कर रहे है। जुर्माने कि रसीद भी संबंधित व्यक्ति कि बिना मास्क वाली तस्वीर के साथ मोबाइल पर भेजी जाएगी।
कोरोना वाइरस का बढ़ता प्रभाव रोकने के लिए हमेशा मास्क पहनना जरूरी है। इसलिए सार्वजनिक क्षेत्रों में भी मास्क पहनना अनिवार्य है। इस कारवाई को अंजाम देने के लिए नजर निगम ने क्लीन अप मार्शल नियुक्त किया है। 24 प्रशासनिक वार्डों में निजी ठेकेदारों के माध्यम से 30 से 50 सफाई मार्शलों कि फ़ौज तैनात कि गई है। और इस जुर्मान से वसूल कि गई राशि का भुगतान ठेकेदार को दिया जाता है। इस तरह से पूरा काम चलता आ रहा है। पर आप भी यह सोच रहे होंगे, कि यह पूरा काम यदि ठीक तरह से चल रहा है, तो आखिरकार क्यों मोबाइल एप कि जरूरत पड़ रही है।
हालाकि आज के समय सभी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे है। सभी विडियोज तेजी से वाइरल होते जा रहे है। इसीमें हि मार्शलों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, अस्वच्छता, मास्क न पहनने जैसे मामलों पर कारवाई करने का अधिकार दिया था। परंतु ऐसे कई मार्शल है जिनके कई विडियोज आज के समय सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहे है। जिसमे वह मार्शल लोगों से बुरी तरह से पेश आ रहे है। नगर प्रशासन को अब तक कई शिकायते मिली है, कि ये मार्शल नागरिकों से बहस कर रहे है। यदि यात्रियों ने मास्क लागत है, तो भी उनपार बिना मास्क का इंजन लगाया जा रहा है। और साथ हि जबरदस्ती दंडवसूली कर रहे है। और अब इस बात को गौर से देखते हुए मेयर किशोरी पेडनेकर ने ठोस अपशिष्ट विभाग और क्लीन अप मार्शल एजेंसी के वरिष्ट अधिकारियों कि बैठक बुलाई। उन्होंने इस समय बड़े कदम उठाने का निर्देश दिए थे, परंतु हाल हि में हुए कुछ घटनाओं के बाद अब नगर प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया।
और अब हम आपको बता दे कि कैसे एप दंडवसुली का काम कर सकता है।
- पहली बात तो क्लीन अप मार्शल मास्क न पहने हुए नागरिक कि तस्वीर लेंगे। और फिर यह तस्वीर भी संबंधित को दिखाई जायेगी और मोबाइल पर भेज दी जाएगी। साथ हि जुर्माने कि रसीद भी मोबाइल पर भेजी जाएगी।
- दूसरी बात तो यह है कि यह ऐप फिलहाल नगर प्रशासन द्वारा विकसित किया जानेवाले है। कितने दिन जुर्माना भरना होगा, जुर्माना नही भरने पर कारवाई कैसे होगी ? इस संबंधित बात पर जल्द हि निर्णय लेनेवाले है।
- और अब, तीसरी और आखरी बात यह है कि, इसमें क्लीन अप मार्शल को उनका डिवीजन सौपा जाएगा। इसलिए वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर अवैध कारवाई नही कर पाएगा।