Nature Trips में आज हम आपको एक अलग जगहों के बारे में बतानेवाले है। जहां आप बार बार जाना पसंद करेंगे। यदि हम यात्रा पर जाना चाहते है, तो हम क्या सोचकर जाते है ? वहां का वातावरण बहुत अच्छा हो और वहां की जगह खूबसूरती से भरपूर हो। ज्यादा तर पर्यटक भिड़वाले जगहों पर जाना पसंद नही करते है। साथ ही पर्यटन सबसे पहले यहि सोचकर वह उन जगहों को चुनते है, की सामनेवाली जगह प्रदूषण मुक्त हो। वहां की हवा खेलती रहे और वहां जाकर हमेशा हमारा स्वास्थ तंदुरुस्त हो।
कोरोना वाइरस के वजह से कम से कम डेढ़ साल तक सभी घर पर बैठे है। इसलिए सभी को घर पर घुटन जैसे महसूस हो रहा है। सभी को इस बार सैर करने का मन कर रहा है। साथ ही उस जगहों पर जाकर सभी को थोड़े देर के लिए क्यों ना, पर मास्क से मुक्ति चाहीए। हम सभी को आज के समय घुटन सी महसूस हो रही है, पर क्या करे, कोरोना वाइरस से दूर रहने के लिए मास्क का इस्तेमाल कर्जा जरुरी है।
आज हम इस लेख द्वारा आप सभी पर्यटकों को इस जगह के बारे में बताने वाले है। जो खूबसूरत प्रकृति से भरपूर हो, भीड़ वाले जगहों में से वह जगह नही है, और साथ ही वह प्रदूषण मुक्त जगहों में से एक है। इस जगह पर आप खूबसूरत घाटियों को भेट दे सकते है। बड़े बड़े शिखरों की पंक्तियां, बहती नदियां इन सभी का आप आनंद ले सकते है।
पर्यटन उद्योग को हिमाचल प्रदेश ( Himachal Pradesh ) में उच्च प्राथमिकता दी गई है। साथ ही हिमाचल सरकार ने इसके विकास के लिए समुचित ढांचा विकसित किया, जिसमें जनोपयोगी सेवाएं, सड़के, संचार तंत्र, हवाई अड्डे, यातायात सेवाएं, जलपूर्ति और जन स्वास्थ सेवाएं शामिल है। भारत के बड़े घाटियों में हिमाचल के स्थित कांगड़ा और उत्तराखंड में स्थित वैली ऑफ फ्लावर्स का नाम लिया जाता है। कांगड़ा वैली में देवदार के घने जंगल, बाग बर्फीली चोटियों से बहने वाली नदियां देखने मिलती है।
15956 ऊंचाई पर स्थित वैली माउंटन ( Valley Mountain ) बाइकिंग के लिए भी उत्तम है। यहां आप कांगड़ा मंदिर ( Kangra Temple ), कांगड़ा किला ( Kangra Fort ), पालनपुर ( Palanpur ), धर्मशाला यहां भी भेट दे सकते है। वैली ऑफ फ्लावर्स ( Valley of Flowers ) को यूनेस्को ( UNESCO ) ने 2005 में विश्व विरासत सूची में जोड़ा गया है। साथ ही इसे राष्ट्रीय बगीचा के नाम से घोषित किया गया है। इसीके साथ प. हिमालय के पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित यह वैली, फोटोग्राफी और ट्रेकर्स के लिए स्वर्ग के समान है।
मणिपुर और नागालैंड ( Manipur and Nagaland ) सीमा पर जुकाउ वाले बहुत आकर्षक है। ठंड के दिनों में यहां बर्फ की चद्दर फैली हुई रहती है। तो धूप में खूबसूरत फूलों के कालीन यहां देखने मिलते है। 3048 मीटर के ऊंचाई पर यह स्थल ट्रेकिंग, हाइकिंग प्रेमियों को आकर्षित करती है।
यदि आप बर्फीले जगहों पर जाना पसंद करते है, तो आप केरल ( Kerala ) के साइलेंट वैली ( silent Valley ) को भेट दे सकते है। पश्चिमी घाट में कुंडली पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान है। यह अपने हरे भरे जंगलों, वन्य जीवन, दुर्लभ पौधों और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है।