अभिनेता करना आसान नही है, यदि वाकई में आप एक अभिनेता हैं- ऐसा मानते हैं अभिनेता पारस सिंह मिन्हास (Paras Singh Minhas)। बॉलीवुड में लगभग 10 वर्षों से कार्य कर रहे अभिनेता पारस सिंह अभिनय को बेहद ही गंभीर मानते हैं। उनके अनुसार को लोग अभिनय करने को बहुत हल्का लेते है, दरअसल वह अभिनेता ही नही होते हैं। वाकई में यदि आप अभिनय कर रहे हैं, तो उसका मतलब होता है कि आप स्वयं को भूलकर उस किरदार में हो जाइए, जो आप निभा रहे हैं। बस यही, अभिनय है।
बॉलीवुड मैस्कॉट को दिए गए एक इंटरव्यू में अभिनेता पारस सिंह मिन्हास (Paras Singh Minhas)ने अपने बॉलीवुड कैरियर के बारे में बताते हुए इंडस्ट्री में उनके अनुभव को साझा किया। अभिनेता ने बताया कि फिल्मों व धारावाहिकों में छोटे- मोटे किरदार निभाने से लेकर मुख्य किरदारों को निभाने तक का सफर बेहद दिलचस्प था। उनका कहना है कि जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में शुरुआत की थी, उन दिनों फ़िल्म इन्डस्ट्री बेहद अलग थी, और अभी पिछले कुछ सालों में फ़िल्म इंडस्ट्री एकदम से बदल गयी है। अभिनेता ने फ़िल्म इंडस्ट्री के सकारात्मक व नकारात्मक, दोनों ही पहलुओं के बारे में बोलते हुए बताया कि फ़िल्म इंडस्ट्री में जहाँ एक तरफ बेहद अच्छे लोग हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनकी वजह से फ़िल्म इंडस्ट्री बदनाम होती है। यदि कोई न्यूकमर अच्छे लोगों के बीच रहकर काम करता है, तो निश्चित ही वह फ़िल्म इंडस्ट्री में सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकता है।
आपको बता दें कि अभिनेता पारस सिंह मिन्हास (Paras Singh Minhas) ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत ‘फ़िल्म जीत लेंगे जहां’ से की थी, जो वर्ष 2012 में रिलीज हुई थी। फेमस टीवी धारावाहिक ‘बानी: इश्क़ का द कलमा‘ में Randeep Bhullar का किरदार करने के बाद पारस सिंह मिन्हास को एक खास पहचान मिली। SAREGAMAPA Punjabi शो के होस्ट रहकर दर्शकों की वाहवाही लूटने वाले अभिनेता पारस सिंह मिन्हास बहुत अच्छे सिंगर भी हैं। उन्होंने ज़ी म्यूजिक कंपनी द्वारा रिलीज सिंगल ट्रैक Judaiyaan में अपनी खूबसूरत आवाज़ दी है। ज्ञात है कि अभिनेता CID, Aahat, Shapath, Surya: The Supercop जैसे एपिसोडिक शोज में भी काम कर चुके हैं।