हाल ही में हुई महाराष्ट्र में राजनीति की उथल-पुथल के बाद गुरुवार को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी. इसी कड़ी में आज वे विधानसभा में विश्वास मत साबित करेंगे. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस तीनों दलों की बैठक के बाद आज महाराष्ट्र विधानसभा में पक्ष और विपक्ष दोनों की स्थिति साफ होने जा रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें बीजेपी को 105,शिवसेना को 56, एनसीपी को 54, कांग्रेस को 44 सीटें मिली थी. हालांकि यह चुनाव बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था. परंतु उद्धव ठाकरे ने ढाई साल शिवसेना ढाई साल बीजेपी के मुख्यमंत्री का प्रस्ताव रखा था. शिवसेना का कहना है कि दोनों ही पार्टियों का पूर्व में इसी बात पर समझौता हुआ था. लेकिन बीजेपी के बयानों से यह सामने आया है कि इस तरह की किसी भी शर्त को चुनाव से पहले नहीं लाया गया था.
शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस का कहना है कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है और वे सदन में आसानी से विश्वास मत पत्र हासिल कर लेंगे.
क्योंकि इससे पूर्व 26 नवंबर को भी एनसीपी नेता अजित पवार ने भाजपा को समर्थन देकर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की डोर समला दी थी. परंतु बहुमत साबित नहीं कर पाने के कारण भाजपा की सरकार गिर गई थी.