कोटा राजस्थान:सरकारी अस्पतालों में मरीजों से अक्सर लापरवाही की घटनाएं सुनने को मिलती है. घटना है कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज की जहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं करने का आरोप सामने आया है. सूत्रों के अनुसार पीड़ित महिला और उसके परिवारजनों ने गायनिक विभाग से बार-बार गुजारिश की लेकिन उन पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दिया.
पीड़ित महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है. जोकि कोटा के अनंतपुरा इलाके की निवासी है. जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला की पिछले 9 महीनों से इसी अस्पताल में इलाज चल रहा था. आखरी समय में जब पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन उसे लेकर कोटा मेडिकल हॉस्पिटल पहुंचे. लेकिन पहले तो स्टाफ ने नजरअंदाज किया बाद में व्यवस्थाओं की कमी बताते हुए उसे भर्ती करने से मना कर दिया. परिवारजनों से बातचीत के दौरान पता लगा कि स्टाफ ने उन्हें बिल्कुल नजरअंदाज किया. जब वे थोड़े गंभीर हुए तो उन्होंने साफ-साफ पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया. और कहा कि डिलीवरी कहीं भी करवा लो हमारे पास इसके लिए अभी कोई बेड नहीं है.
निराशा से मजबूर होकर परिवारजनों ने महिला को कोटा के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया. जहां महिला ने बच्ची को जन्म दिया. इससे पहले भी एक अन्य महिला को गेट पर ही प्रसव पीड़ा हुई थी. जिसे बाद में वार्ड में भर्ती किया गया था. हालांकि इस घटना के बाद अस्पताल स्टाफ के 3 लोगों के विरुद्ध नोटिस जारी किए गए हैं.