Vaccine Tourism : डेढ़ साल पहले कोरोना विषाणु ने सभी जगह तेजी से फैल गया था। इसका मतलब यह की कोरोना वायरस सभी देश, राज्यों के इतनी तेजी से फैल रहा था की सभी लोगो को कई ज्यादा मुश्किलोंका सामना करना पड़ा। परंतु सरकार के कड़क नियमों के का पालन करते हुए नागरिक अपने सेहत का ध्यान रख रही हैं। और अच्छी बात यह है की कोरोना विल्खा अभ धीरे – धीरे काम होते जा रहा है। कई जगहों पर लॉकडाउन उठाए गए है। कई क्षेत्रों में उद्योग और व्यवसाय धीरे – धीरे ठीक हो रहे है। पिछले डेढ़ साल में कमोबेश सभी सेक्टर प्रभावित हुए है। सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र पर्यटन और आतिथ्य थे। इन दोनों क्षेत्रों को अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण स्त्रोतों में से एक के रूप में देखा जाता है। हालाकि, कोरोना काल में ये दोनो इलाके कोलमाडी के करीब थे। हालाकि, अब बिगड़ी हुई गाड़ी धीरे – धीरे सामान्य हो रहीं है। जैसे – जैसे कोरोना के मामले काम होते जा रहे है, सरकार इन क्षेत्रो को पुनर्जीवित करने के प्रयास कर रहीं है।
आप देख ही रहे होंगे की जय दिनों से सोशल मीडिया पर वैक्सीन टूरिज्म (Vaccine Tourism) यह एक नया ट्रेंड वायरल हो रहा है। इस समय अपने सेहत का खयाल रखकर सुरक्षित पर्यटन करना बहुत जरूरी है। इसलिए पर्यटन कला जाता है की इससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिल सकता हैं।
इसलिए चलिए हमें यह जानने की जरूरत है की आखिरकार वैक्सीन टूरिज्म (Vaccine Tourism) क्या है।
हालाकि, कोरोना पर अभी तक कोई ठोस दवा उपलब्ध नहीं है। कोरोना वायरस के प्रकार को हमें और फैलने से रोकना है और इसलिए हमे टीकाकरण आवश्यक है। दुनिया भर के कई देश बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू कर रहें है। वैक्सीन पर्यटन दुनिया में एक नया चलन है। कुछ देशों में टिको का पर्याप्त भंडार है और वे तेजी से टीकाकरण अभियान चला रहे है। भारत देश के साथ – साथ ताइवान, थाईलैंड जैसे देशों में टिकों का स्टॉक सीमित है। इसलिए देश के अल्ट्रा – हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स और हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स यानी सुपररिच दूसरे देशों में स्थानांतरित होने पर विचार कर रहे है। बताया जाता है की इसके पीछे का मक्सद स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराना है। खास बात यह है की दुनियाभर में कई ट्रैवल कंपनिया इन लोगों के लिए वैक्सीनेशन विद वेकेशन की सुविधा मुहैया करा रही है।
इनमें से कुछ ट्रैवल कंपनिया पर्यटकों को छुट्टी के साथ टीकाकरण की पेशकश कर रही है। कुछ देशों में पर्यटकों के लिए खास पैकेज भी ऑफर किए जा रहे है। मालदीव में समुद्र तक टीकाकरण पैकेज भी पेश किए जा रहे है। जाहिर है की वैक्सीन टूरिज्म के अचानक शुरू होने से पर्यटन क्षेत्र को निश्चित तौर पर फायदा होगा।
वैक्सीन पर्यटन स्वास्थ्य या चिकित्सा पर्यटन है। इसे चिकित्सा पर्यटन भी कहा जाता है ।उच्च मांग और कम उपलब्धता की बाजार की गतिशीलता इस पर लागू होती है। खास बात यह है कि कोरोना के डर से कई लोग वैक्सीन के लिए पैसे देने को तैयार हैं। इसलिए यह चिकित्सा पर्यटन उनकी सुरक्षा की गारंटी और अप्रतिबंधित यात्रा प्रदान करने के सिद्धांत पर आधारित है। कई देशों में छात्रों और पर्यटकों को टीकाकरण प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही प्रवेश मिलता है। इसलिए, वर्तमान में, पासपोर्ट विदेशों में उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि प्रवेश वैक्सीन प्रमाण पत्र।