बीमारी कौनसी भी हो हमे आज के समय सभी बिमारियों सी जुड़ी दवाइयां मिल जाती हैं। यदि आपको हल्का सा बुकार है तो आप इन दवाइयों से कम समय में हि अच्छा महसूस करते है। आज हम बताने वाले है डोलो 650 के बारे में। हालाकी इस दवाई ने सभी के घर में अपनी जगह पाई है। पर बहुत कम लोग इस दवाई के बारे में पूरी जानकारी जानते है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपके इसी दवाई से जुड़ी जानकारी देने वाले है। यदि आप अधिक मात्रा में इस दवाई का सेवन कर रहे है, तो इसके भी साइड इफेक्ट्स हो सकते है। जो हमारे सेहत के लिए बहुत घातक साबित हो सकता है।
पिछले ढाई साल में डोलो 650 की खपत में जबरदस्त इजाफा हुआ है और अब देखा जा रहा है कि लोग बिना डॉक्टर की सलाह के डोलो 650 खरीद रहे हैं। टीकाकरण शुरू होने के बाद भी बुखार होने पर वही गोलियां दी जाती हैं। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी गोलियां लेना खतरनाक होता है और दूसरी दवाओं की तरह डोलो 650 के भी कुछ साइड इफेक्ट होते हैं।
डोलो 650 में पेरासिटामोल होता है जिसका उपयोग बुखार को कम करने के लिए किया जाता है। कोरोना काल में बुखार मुख्य लक्षण था और यह पाया गया कि डोलो की 650 गोलियों का खूब सेवन किया गया। इन गोलियों को बुखार, सिरदर्द, दांत दर्द, पीठ दर्द, नसों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द के लिए इस्तेमाल किया जाना दिखाया गया है। यह गोली मस्तिष्क में दर्द के संदेशों को कम करती है और दर्द से राहत दिलाती है।
यदि आप अधिक मात्रा में इस दवाई का सेवन कर रहे है तो यह दवाई अक्सर मतली, निम्न रक्तचाप, चक्कर आना, कमजोरी, सुन्नता, अस्वस्थता, कब्ज, बार-बार बेहोशी, शुष्क मुँह, मूत्र पथ के संक्रमण, सीने में जकड़न, स्वरयंत्रशोथ और फेफड़ों में संक्रमण का कारण बन सकती है।