बारिश के इंतजार में हम सभी रहते हैं। गर्मी के दिनों से थककर हम बारिश के मौसम का मजे से आनंद लेते है। और इस मौसम में कई पर्यटक यात्रा के लिए बाहर निकलते है। कई भीगने के लिए तो कई ट्रेकिंग के लिए जाते है। बारिश का मौसम ही एक ऐसा होता है; जिसमें हम प्रकृति का पूरा आनंद ले सकते है। महाराष्ट्र में ही ऐसे कई पर्यटन स्थल है, जहां आप बारिश के दिनों अपने दोस्तों और परिवारों के साथ वहां जाकर वक्त बिता सकते है।
महाराष्ट्र के कलसूबाई ( Kalsubai ) शिखर के बारे में तो आप जानते हि होंगे। मानसून ट्रेकिंग के लिए सबसे अच्छी जगह कलसुबाई है। कलसुबाई यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा शिखर है। 1,646 मीटर ऊंचाई का यह कलसुबाई शिखर पर्यटकों को हमेशा बारिश के मौसम में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
बारिश के महीनों में कलसुबाई अपने प्रकृति से बहुत सुंदर मनमोहन दृश्य से सभी को आकर्षित करता है। वहां का वातावरण भी देखने जैसा होता है। इसलिए सभी पर्यटक उसका आनंद लेना चाहते है। कलसुबाई परिसर में सुबह सुबह पंछियों का सुहाना आवाज हमारे कानों को मंत्रमुग्ध करता है। इससे हमारी सुबह भी बहुत आनंददाई होती है। सूर्योद्य का नजारा भी मन को एकाग्र करता है। सुबह के धूप हमे ट्रेकिंग के लिए फ्रेश करती है।
कलसुबाई में आप वन्य जीवन का भी आनंद के सकते है। साथ ही साथ यहां आप कलसुबाई – हरिश्चंद्र ( Kalsubai – Harishchandra ) अभ्यारण्य को भेट दे सकते है। इस अभ्यारण्य में आपको कई वन्यजीवन को देखने से मिलेगा।
कलसुबाई शिखर का नाम कलसुबाई देवी के नाम पर ही पड़ा है। इस मंदिर पर नवरात्र और होली, दिवाली के त्योहारों पर मेला भी लगता है। यहां आप दो दिन रहकर कलसुबाई के साथ साथ रंगा झरना ( Ranga Waterfall ), कोकनकडा ( Kokankada ) इस जगह पर घूमने जा सकते है। इस शिखर पे से आप रामसेज ( Ramshej ), अचला ( Achala ), अहिवंत ( Ahivant ), सप्तश्रुंग ( Saptashrung ), धोड़प ( Dhodap ), कोलधेर ( Koldher ) जैसे कई पर्वतों का दर्शन आपको होगा।
इस शिखर पर जाने के लिए आपको वहां के बारी (Baari ) गांव से जाना होगा। और बारी गांव में जाने के लिए आप मुंबई – नाशिक ( Mumbai – Nashik ) मार्गपर इगतपुरी ( Igatpuri ) इस जगह जाकर इगतपुरी से भंडारा ( Bhandara ) जाने के लिए एसटी से बारी गांव आ सकते है।