विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में अच्छी शुरुआत नहीं मिली। सिडनी में पहला वनडे खेल रहे भारत को 66 रन की हार का सामना करना पड़ा। हार्दिक पांड्या और शिखर धवन के बीच 128 रन की साझेदारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया द्वारा स्थापित 375 का लक्ष्य अंत में बहुत ज्यादा साबित हुआ । पांड्या और धवन दोनों ने अर्द्धशतक बनाए, लेकिन अंत में, एडम जैम्पा ने एक छोटे से अंतराल में इन दोनों के विकेट लेकर भारत की जीत की उम्मीदों को समाप्त कर दिया था।
वेस्टइंडीज के लीजेंड माइकल होल्डिंग का मानना है कि भारत को एमएस धोनी जैसी प्रतिभा याद आ रही है जो स्कोर का पीछा करने के दौरान कभी घबराता नहीं था।
भारत को कप्तान के रूप में आईसीसी के तीन खिताब दिलाने वाले धोनी ने यादगार करियर के बाद अगस्त में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया ।
भारत के लिए पीछा करना हमेशा मुश्किल होने वाला है । भारत को महेंद्र सिंह धोनी के नुकसान से जूझना होगा । एमएस धोनी भारतीय बल्लेबाजी क्रम में नीचे आते थे और पीछा करते हुए वह आमतौर पर मैच पर नियंत्रण कर लेते थे ।बीते समय मे धोनी के टीम मे होते हुए भारतीय टीम टार्गेट को आसने से पा लेती थी।