Health Care – खाने में नमक का यदि आप इस्तेमाल नहीं करते है, तो वह खाना नम सा लगता है, याने कि उससे खाने में स्वाद नहीं आता है। हम सभी को बचपन से नमक वाला खाना खाने कि आदत लगाई जाती है। इससे वही आदत हमे बिना नमक वाला खाना खान कि इज़ाजत नही देते है।
हमे सभी चीजों का अच्छी तरह से साथ हि स्वास्थ कि ओर ध्यान देते हुए लिमिट में हि नमक का इस्तेमाल करने कि जरूरत है। शक्कर का इस्तेमाल अधिक प्रमाण में करने से कई बड़ी बीमारियों को बुलावा देने जैसा है। ऐसे हि नमक का भी है। अपनी स्वास्थ कि ओर ध्यान देते हुए नमक का कम इस्तेमाल करना जरूरी है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको पाठकों को यह बताएंगे कि एक दिन में नमक का कितना इस्तेमाल करना जरूरी है।
नमक दो चीजों से बनता है सोडियम और पोटैशियम। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हम जो नमक खाते हैं वह हमेशा सोडियम में उच्च और पोटेशियम में कम होता है।
WHO ने लोगों में नमक का सेवन कम करने के लिए एक पहल शुरू की है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने 2025 तक नमक के इस्तेमाल को आधा करने का फैसला किया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने से दुनिया भर में नमक से संबंधित मौतों की संख्या में हर साल 2.5 मिलियन की कमी आएगी।
एक वयस्क को रोजाना 4 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। नमक में दो तत्व होते हैं। सोडियम और क्लोराइड। हार्वर्ड मेडिकल जर्नल के अनुसार सामान्य नमक में 40 प्रतिशत सोडियम और 60 प्रतिशत क्लोराइड होता है। आपको केवल 500 मिलीग्राम सोडियम चाहिए। तो बहुत अधिक सोडियम आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे आपके उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। यह हड्डियों में कैल्शियम का रिसाव भी शुरू कर देगा
सोडियम गुर्दे द्वारा रक्त में उत्सर्जित होता है। लेकिन जब क्षमता से अधिक सोडियम रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता है, तो गुर्दे के माध्यम से इसे छानना असंभव हो जाता है। सोडियम के जमा होने से शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। रक्त से सोडियम को अलग करने के लिए हृदय को अपना रक्तचाप कम करने की आवश्यकता होती है। दिल पर अतिरिक्त दबाव के कारण रक्तचाप बढ़ जाता है और इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।