हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की और 24वें दिन में प्रवेश करने वाले नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध पर चर्चा की।
यह बैठक भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के हरियाणा में किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के एक दिन बाद हो रही है।
धरने का आयोजन सर छोटूराम मंच के सदस्यों ने किया था। सिंह आजादी के पूर्व के दौर के एक प्रमुख जाट नेता सर छोटूराम के पोते हैं। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि इससे पहले 8 दिसंबर को उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी।
सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि दोनों नेताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे विरोध प्रदर्शन और इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए आगे बढ़ने का रास्ता तय किया है।
हाल ही में तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर हरियाणा और पंजाब सहित देश के विभिन्न हिस्सों के किसान तीन सप्ताह से दिल्ली के विभिन्न सीमावर्ती बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।
किसानो को चिंता है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के सुरक्षा कवच को खत्म कर देंगे,मंडी (थोक बाजार) प्रणाली को समाप्त कर देंगे और उन्हें बड़े कॉर्पोरेट्स की दया पर छोड़ देंगे सरकार द्वारा जोर दे रही आशंकाएं गलत हैं ।