मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल हानिकारक : हमारे स्वास्थ्य की पूरी तरह से देखभाल करना हमारे हाथ होता है। और यदि आप ऐसा नही करते, तो हमे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। डेढ़ साल पहले कोरोना वायरस का प्रभाव पूरे देश में इतना बढ़ रहा था; की सरकार ने सभी को वर्क फ्रॉम होम कामकाज करने कहा। साथ ही साथ स्कूल, कॉलेज की पढ़ाई यां भी ऑनलाइन शुरू हुई। इस वजह से पूरा दिन मोबाइल, लेपटॉप के सामने बैठकर जाता है। दिनभर का बचा हुआ वक्त भी मोबाइल देखते हुए जाता है। घर में ही बैठे रहने से आलस्य ज्यादा आता है। वक्त बिताने के लिए कई वक्त से ज्यादा सभी टीवी, मोबाइल पर समय बिताते है। 16 महीने में सभी छोटे बच्चो, व्यवसायिक, बुज़ुर्ग की निंदे उड़ गई है। किसका अपने स्वास्थ के उपर ध्यान है, तो किसिका नही।
Excessive use of mobile is harmful
ऑनलाइन पढ़ाई के नामपर छात्रों को मोबाइल का व्यसन लगा है। दिन में से आठ से दस घंटे तो ऑनलाइन पढ़ाई में जाते हैं। ( स्कूल के ऑनलाइन क्लास, ट्यूशन और अन्य क्लासेस को गिनकर ) ऑनलाइन क्लास खतम नही होता, फिर टीवी नही तो मोबाइल पर ध्यान जाता है। इस वजह से रात को जल्दी नींद नही आती। और यदि जल्द नींद आई भी तो, वह नींद पूरी नहीं होती। इसलिए अगला दिन कुछ अच्छी तरह से नही बीतता।
नींद कम होने पर दिनभर आलस, उदास मानसिक स्वास्थ्य, रक्तचाप, मधुमह जैसे बिमारी बढ़ गई है। साथ ही साथ नींद न आने का कारण, वक्त से ज्यादा मोबाइल और टीवी देखना, व्यायाम – योग पर ध्यान न देना, मन न लगना, हमेशा मन में डर रहना। इससे हमारी स्वास्थ की हालात भी में भी बिगाड़ हो सकता है। और यदि आपको पता नही तो बता दे की, अच्छे स्वास्थ और तंदुरुस्ती के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है।
अच्छी नींद के लिए दिन में से एक घंटा तो व्यायाम और योग कीजिए, दिनभर के कामों से बचा हुआ वक्त अपने पसंदिते कामों में बिताए। जैसे की क्रिएटिव कामों में। कैरम, पत्ते, बुधीबल जैसे घरेलू खेल खेले। हमेशा पॉजिटिव विचार करे। किताबे पढ़ना, गाने सुनना इन सभी को अपनाए।
इससे आपको नींद अच्छी आएगी। नींद के लिए मोबाइल, टीवी पर ज्यादा वक्त ना बिताए। आधे घंटे के बाद आंखों को आराम दे। दिन में से यदि आपने व्यायाम, योग को एक घंटा दिया तो भी उसका आपको फायदा होगा।