DC Talk Show के Episode 3 में जाने-माने वास्तु व ज्योतिष विशेषज्ञ ‘आचार्य हरि दास गुप्ता’ और ‘दुष्यंत प्रताप सिंह’ (Dushyant Pratap Singh) के बीच कई मामलों में चर्चा हुई जिनमें ज्योतिष, व्यवसाय और देश-विदेश के कई मुद्दे शामिल रहे.
DC Show के दौरान डायरेक्टर दुष्यंत प्रताप सिंह ने आचार्य हरि दास गुप्ता से पूछा कि कैसे एक बिजनेस पर्सनालिटी ज्योतिष विज्ञान की ओर अग्रसर हुई. जवाब देते हुए आचार्य गुप्ता ने बताया कि वर्षों पूर्व उन्होंने सिंगापुर में रिसोर्ट लिया था. जहां उनकी मुलाकात साउथ के विशेषज्ञ से हुई. उन्हें ज्योतिष विज्ञान में गहरी जानकारी थी. धीरे धीरे आचार्य गुप्ता का उनसे संपर्क बढ़ता गया उन्होंने बताया कि उनका आश्रम बेंगलुरु में स्थित है.
आचार्य हरि दास गुप्ता ने बताया कि भारत उन की मातृभूमि रही है वही सिंगापुर उनकी कर्मभूमि रही है. उन्होंने बताया कि उनका आधे से ज्यादा जीवन सिंगापुर में ही बीत गया परंतु भारत के प्रति उनका जुड़ाव कम नहीं हुआ.
राजीव गांधी के घर में पहला कंप्यूटर लगाने वाले व्यक्ति थे हरि दास गुप्ता
DC Talk Show चर्चा में एक खास बात सामने आई जिसमें डायरेक्टर दुष्यंत प्रताप सिंह ने बताया कि राजीव गांधी के घर में पहला कंप्यूटर लगाने वाले व्यक्ति आचार्य हरी दास गुप्ता थे. वही आचार्य गुप्ता ने बताया कि वह भारत में लेजर प्रिंटर की फैक्ट्री लगाना चाहते थे और आधुनिक भारत के जनक राजीव गांधी को उन्होंने पहला लेजर प्रिंटर उपहार स्वरूप दिया था. लेकिन कुछ कारणों के चलते वह भारत में इस फैक्ट्री को नहीं लगा पाए जिसके बाद उन्होंने सिंगापुर का रुख किया.
आचार्य ने बताया कि सिंगापुर की यात्रा भी उनके लिए इतनी आसान नहीं रही. उस समय भारतीयों की स्थिति सिंगापुर में कुछ ज्यादा अच्छी नहीं थी. भाषा और अन्य परेशानियों के चलते उन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ा. हालांकि उन्होंने हिम्मत नहीं हारी एक समय जिस बिल्डिंग में उन्हें रहने के लिए जगह नहीं मिली थी आज उसी बिल्डिंग में उनका सबसे बड़ा हिस्सा है. परंतु इस सब चीजों को वह परमात्मा का आशीर्वाद मानते हैं. आचार्य गुप्ता का मानना है कि चैलेंज व्यापार में आना स्वाभाविक है परंतु जो इन्हें पार कर जाता है वही सफल व्यवसाई है.
अयोध्या में भी कई नए प्रोजेक्ट
आचार्य हरि दास गुप्ता सिंगापुर में अपूर्व सफलताओं के बाद उत्तर प्रदेश अयोध्या में भी अपने कई नए प्रोजेक्ट चला रहे हैं जिनके माध्यम से वह न केवल आध्यात्म बल्कि टूरिज्म को भी बढ़ावा देना चाहते हैं. इसके लिए उनका अयोध्या में एक बड़ा रिसोर्ट, अयोध्या की परिक्रमा के लिए हेलीकॉप्टर और हेलीपैड जैसी सुविधाएं, बुजुर्ग और विकलांग लोगों के लिए मंदिर के बिल्कुल नजदीक ठहरने व अन्य सुविधाओं को देने का प्रयास है.
इसी चर्चा के दौरान डायरेक्टर दुष्यंत प्रताप सिंह ने सवाल किया कि इतने बड़े प्रोजेक्ट के लिए सरकार और सरकार की नीतियों का समायोजन बहुत आवश्यक है. तो ऐसे में सिंगापुर और भारत में वह क्या अंतर देखते हैं. हालांकि हमें महसूस हुआ इस बात पर उन्होंने खुलकर प्रतिउत्तर नहीं दिया. उनका कहना है कि पहले से काफी इंप्रूवमेंट हुआ है.
शो के दौरान आचार्य ने एस्ट्रोलॉजी और वास्तु शास्त्र पर चर्चा की इस दौरान कोरोना महामारी पर भी उन्होंने विस्तार से समझाया. जहां उन्होंने ग्रह दशा और नक्षत्रों के बारे में जानकारी दी. यहां उन्होंने एक कोरोनावायरस से पीड़ित मरीज की कुंडली का विश्लेषण कर इसे विस्तार से समझाया. उन्होंने न केवल इस बीमारी के बारे में बताया बल्कि वैदिक पद्धति से वास्तु शास्त्र और एस्ट्रोलॉजी अनुसार इससे बचाव के उपाय भी बताएं.