कोरोना वाइरस ( Coronavirus ) के केसेस कही जगह कम हो रहे है, तो कई जगह केसेस और तेजी से बढ़ रहे है। और ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय में स्थापित किए हुए समिति द्वारा यह बताया जा रहा है की, अक्टूबर महीने में कोविड की तीसरी लहर आने की संभावना है। और ऐसे में हमे और सुरक्षित रखकर हमारे साथ अपने बच्चों को भी सुरक्षित रखना जरूरी है। इसलिए हमें उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी होगी।
समिति ने बच्ची के लिए बेहतर सुविधाएं बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है और कहा की बच्चे वयस्कों की तरह ही असुरक्षित है। इसीके साथ कोविड – 19 थर्ड वेव चिल्ड्रन व्हल्नरेबिलिटी एंड रिकवरी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है की अगर बच्चे लहर से संक्रमित होते है, तो उनके पास उचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं है।
परीक्षण की जानकारी वर्तमान में 2 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए उपलब्ध है। जब फाइजर कंपनी के टीके को मंजूरी मिल जाती है तो यह छोटे बच्चो के लिए भी एक विकल्प हो सकते है। फाइजर दुनिया भर में बच्चों को दिया जानेवाला एकमात्र टीका है। छोटे बच्चों का टीकाकरण कोरोना के खिलाफ जंग में एक मिल का पत्थर है, जिससे बच्चो को अपनी पढ़ाई जारी रखने और यहां तक की स्कूल जाने की अनुमति मिलेगी।
- इसीके साथ यदि आपके घर में मरीज है, तो छोटे बच्चो को उनसे दूर रखिए।
- छोटे बच्चों को जिंक फूड से दूर रखिए और उनमें से होनेवाली परिणामों की कल्पना उन्हें दे।
- बच्चों का टीकाकरण ठीक समय पर ही होना जरूरी है। हालाकि इन्फ्लूएंजा की टीका दे रहे है। इसलिए कोविड से उनका बचाव हो सकता है।
- बच्चों को मास्क लगाने की आदत डालिए। और उन्हें अभी जल्द ही पाठशालाओं में ना भेजे।
- साथ ही उन्हें अंडा, पनीर के साथ हरदिन दूध पीने की आदत लगाइए। डाल और सोयाबीन में विटामिन्स का स्त्रोत है।
- नाचनी, मक्का, चना, सत्तू का तूप या हलवा बनाकर बच्चों को दें।
- विटामिन सी के लिए नींबू पानी दे और फल खाने की आदत लगाइए। विटामिन के स्त्रोत वाले बच्चों को दिया जाना चाहिए। वे किसी भी बीमारी से बचाने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते है।