एक तरफ अयोध्या में उत्साह का मौसम है वही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) लगातार अपना विरोध जता रहे है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज उन्होंने अयोध्या में भूमि पूजन करके खुद अपनी कसम तोड़ी है उनका कहना है कि यह हिंदुत्व की जीत हो सकती है लेकिन लोकतंत्र की हार है.
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) यहीं नहीं रुके उन्होंने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी.’ ओवैसी ने कहा कि 1528 में बाबर ने मस्जिद की नींव रखी थी जिसे 1992 में कारसेवकों ने गिरा दिया. आपको बता दें कि भूमि पूजन की खबरों के साथ ही उनका विरोध शुरू हो गया था उन्होंने न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.
Asaduddin Owaisi का कहना है कि कांग्रेस ने संघ का साथ देकर यह विध्वंसकारी काम करवाया है. उन्होंने इसमें राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव को भी जोड़ा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल उठाए उन्होंने भूमि पूजन के इस पूरे कार्यक्रम को असंवैधानिक बताया जिससे धर्मनिरपेक्षता की भावना को ठेस पहुंचती है.
Asaduddin Owaisi ने प्रियंका गांधी को भी लपेटे में लिया दरअसल प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था की “राम सबके हैं सबके साथ हैं….” इस पर असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया और कहा कि अच्छा लगा कि अब कांग्रेस और प्रियंका नाटक नहीं कर रहे हैं जबकि कट्टर हिंदुत्व की भावना को गले लगाना चाहते हैं लेकिन भाईचारे के मुद्दे पर यह लोग नाटकीय राजनीति क्यों करते हैं.
लगातार ओवेसी के तीखे तेवर का जवाब देने के लिए भूमि पूजन में आमंत्रित इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने कहां अयोध्या सहित पूरे देश में अब हिंदू-मुस्लिम के साथ कोई विवाद नहीं है इसीलिए मेरा कहना है इस मुद्दे को लेकर राजनीति करना बंद करें.बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने कहां की ओवैसी क्या कहते हैं क्या नहीं इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है वे धर्म को ढाल बनाकर राजनीति करते हैं. इकबाल अंसारी ने कहा हम भले किसी मजहब को मानें लेकिन सम्मान हम सबका करते हैं. हमारे लिए हिंदू मुस्लिम एकता सबसे ऊपर होनी चाहिए.