अभिषेक बच्चन, बॉलीवुड इंडस्ट्री के जगमगाते सितारों में से एक है, जिन्होंने अपनी अदाकारी से फिल्मी दुनिया में अलग मुकाम बनाया है। वे अपने हर किरदार को बखूबी निभाते हैं, फिर चाहे वो सीरियस रोल हो या कॉमेडी। उन्होंने 2000 में फिल्म रिफ्यूजी से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। हालांकि उनकी पहली फिल्म फ्लॉप रही थी लेकिन उसके बावजूद उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अच्छा नाम कमाया है। लेकिन क्या आपको पता है, अभिषेक बच्चन अपनी डेब्यू फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ डायरेक्टर ओम प्रकाश मेहरा के साथ करने वाले थे ?
अब राकेश ने बताया हैं कि उनकी पहली फिल्म ‘समझौता एक्सप्रेस’ से अभिषेक बच्चन डेब्यू करने वाले थे। लेकिन शूटिंग शुरू होने के कुछ समय पहले ही यह फिल्म बंद कर दी गई थी, जिससे वह काफी निराश हुए थे। राकेश बताते हैं कि उस समय इंडस्ट्री में सबको लगता था कि यह फिल्म रिस्की हो सकती है।
शिव तलवार के यूट्यूब चैनल पर दिए गए एक इंटरव्यू में राकेश बताते हैं कि इंडस्ट्री में लोगों को लगता था ‘समझौता एक्सप्रेस’ की कहानी जो उन्होंने लिखी है, वो ‘आग में खेलने’ जैसी है, क्योंकि इस फिल्म में अभिषेक बच्चन का किरदार एक आतंकवादी का था।
राकेश ने बताया, “समझौता एक्सप्रेस जो मैंने कमलेश पांडे के साथ लिखी थी, मेरी और अभिषेक बच्चन की पहली फिल्म होने वाली थी। हमने इस पर एक साल काम किया था और अभिषेक एक डायरी रखते थे जिसमें वो हर दिन लिखते थे कि उनका किरदार क्या सोचता है। ये बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन जैसा कि मार्केट ने कहा, ये बहुत सेंसिटिव सब्जेक्ट था।”
क्या थी समझौता एक्सप्रेस की कहानी ?
राकेश बताते हैं कि उनकी फिल्म में अभिषेक का किरदार एक आतंकवादी का था जिसके दिल में भारत के लिए केवल नफरत थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि उनके पिता को आतंकवाद के झूठे मामले में फंसा दिया गया था। वह अपने पिता को जेल से छुड़ाने के लिए भारत जाते हैं और वहां उन्हें एक फीमेल पुलिस ऑफिसर से प्यार हो जाता है। फिल्म के क्लाइमेक्स में यह फीमेल ऑफिसर उन्हें मार देती है फिर उनकी बॉडी को समझौता एक्सप्रेस से वापस भेजा जाता है।
वे आगे कहते हैं की, “ये फिल्म शूट से सिर्फ 3 महीने पहले बंद कर दी गई थी और उन्होंने गुस्से में आकर इस फिल्म के लिए जुटाया सारा स्क्रिप्ट मैटेरियल, एक्टर्स के लुक टेस्ट आग के हवाले कर दिए।
स्क्रिप्ट सुनने के बाद क्या था अमिताभ का रिएक्शन
अभिषेक ने गलट्टा प्लस के साथ एक इंटरव्यू में बताया कि, “जब स्क्रिप्ट रेडी हुई, तो हम इसे पिच करने के लिए डैड के पास लेकर गए… हमने पूरी स्क्रिप्ट सुनाई और फिर सन्नाटा हो गया। मेरे पिता ने हमारी तरफ देखा और कहा – बच्चों, बकवास स्क्रिप्ट है, बाहर निकल जाओ।” इसके बाद अभिषेक बच्चन ने जे.पी. दत्ता की ‘रिफ्यूजी’ से डेब्यू किया, जो को बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में असफल रही।