विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कोरोना वायरस के साथ लोगों को जीना सीख लेना चाहिए क्योंकि अब यह लंबे समय तक रहने वाला है. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि पहले वाली स्थिति में लौटना आगामी कुछ वर्षों तक संभव नहीं है.
WHO प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बताया कि जिस तरह कोरोना का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है फिलहाल सामान्य स्थिति का आना संभव नहीं है जबकि इसके लिए प्रत्येक देश को और कड़ी सुरक्षा और उपायों को अपनाना जरूरी होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कई देश महामारी को नजरअंदाज करते हुए गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं इसके कारण उन देशों में यह महामारी और भी ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है.
सर्दियों में और भी घातक
COVID-19 वह सर्दियों के लिहाज से और भी ज्यादा गंभीर माना जा रहा है. विशेष तौर पर ब्रिटेन में इसका सबसे बुरा असर पड़ सकता है.दुनियाभर में अब तक 13,236,252 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि 575,540 की मौत हुई है. इस दौरान, 7,691,451 लोग रिकवर भी हुए हैं.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने किसी का नाम लिए बगैर कहां की कुछ बड़े नेता और सेलिब्रिटी भी इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं बड़े आश्चर्य की बात है कि इतनी जागरुकता फैलाने के बाद भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. उनका कहना है कि इस पर काबू पाया जा सकता है लेकिन इसके लिए कठोर नियमों को लागू करना जरूरी है.
आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ के दो वैज्ञानिक महामारी की उत्पत्ति के बारे में रिसर्च करने के लिए चीन के वुहान शहर गए हुए हैं. इससे पहले चीन में विशेषज्ञों को वहां आने की अनुमति नहीं दी थी बाद में अन्य देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन के दबाव के बाद चीन इसके लिए तैयार हुआ.