अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है जिसके कारण एप्पल, आईफोन जैसी कंपनियां अब चीन से निकलकर भारत आने की तैयारी कर रही है.ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) मोबाइल्स जो एप्पल आईफोन को एसेंबल करती है, उसने भारत में एक बिलियन डॉलर (लगभग 7500 करोड़ रुपए) निवेश करने का फैसला किया.ये कपंनी भारत में अपनी फैक्ट्री को और बड़ा करने की तैयारी में है,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ योजना के तहत भारत बन सकता है एप्पल का एक्सपोर्ट हब
अब तक इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के लिए चाइना को हब माना जाता है. इसका प्रमुख कारण यह है कि कई बड़ी कंपनियों के उत्पादन में चाइना का प्रमुख योगदान था. जिनमें अमेरिका समेत कई विकसित देशों की प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. परंतु अब मेक इन इंडिया योजना के तहत कई कंपनियां भारत में आने की तैयारी कर रही है.हांगकांग बेस्ड टेक्नोलॉजी रिसर्चर नील शाह का कहना है कि भारत में चीन की तुलना में मजदूरी काफी सस्ती है. इसी कारण इन कंपनियों को भी भारत में प्रोडक्ट कम कीमत में तैयार करने का अवसर मिलेगा.भारत की तरफ से 6.65 बिलियन डॉलर की योजना शुरू की गई है। इसके तहत स्मार्टफोन बनाने वाली पांच कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई है.