हाल ही में अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन की राजस्थान कार्यकारिणी ने कोटा के सुरेंद्र अग्रवाल को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया था. सुरेंद्र अग्रवाल बहुत लंबे समय से सामाजिक कार्यों के लिए तत्पर रहते हैं. बता दें कि कोटा में विद्यार्थियों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए उन्होंने “स्टूडेंट हेल्प सोसाइटी” की स्थापना की थी. इसके अलावा 5000 यूनिट रक्तदान करवा कर उनकी संस्था “राजस्थान रक्तदाता जीवनदाता” अब तक कई लोगों की जान बचा चुकी है.
आज 14 दिसंबर को उन्होंने शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत से दिल्ली में मुलाकात की. सुरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सबसे पूर्व उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए समस्त अग्रवाल समाज की ओर से उन्हें बधाई दी. इसके बाद उन्होंने शिवसेना में कार्यरत अग्रवाल समाज के लोगों और समाज की आगामी योजनाओं के बारे में बताया.
आखिर क्यों जाने जाते हैं सुरेंद्र अग्रवाल ब्लड मैन के नाम से
मीडिया हिंदुस्तान ने जब उनसे सवाल किया कि कोटा में लोग उन्हें ब्लड मैन के नाम से क्यों पुकारते हैं. तो वे मुस्कुराते हुए बोले कि लोगों का प्यार है. अस्पतालों में रक्त की कमी के कारण मरीजों और उनके परिवारजनों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विद्यार्थी जीवन से ही वे रक्तदान करते थे. बाद में उन्होंने रक्तदान शिविर लगाना प्रारंभ किया.
सुरेंद्र अग्रवाल का कहना है कि जब कभी भी चाहे दिन हो या रात अगर मैं किसी की मदद कर सकता हूं तो जरूर करूंगा. ऐसे कार्यों से मेरे मन को जो संतोष मिलता है वह किसी और चीज से संभव नहीं.