भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लक्ष्मी विलास बैंक के खिलाफ प्रॉम्प्ट करेक्विटव ऐक्शन फ्रेमवर्क में डाल दिया है. आरबीआई ने कथित घोटालों को लेकर लक्ष्मी विलास बैंक के निर्देशकों के विरुद्ध जांच शुरू कर दी है.
आरबीआई ने कथित घोटालों को लेकर लक्ष्मी विलास बैंक के निर्देशकों के विरुद्ध जांच शुरू कर दी है. बैंक पर करीब 790 करोड रुपए गबन के आरोप हैं. दरअसल मामला यह है कि आरबीआई नेट एनपीए ज्यादा होने से अपर्याप्त कैपिटल टू रिस्क-वेटेड असेट्स रेश्यो (CRR) और कॉमन इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) जैसी वजहों के चलते बैंक को पीसीए में डाल देता है. इससे पहले भी कई बैंक पीसीए मैं आ चुके हैं.
बैंक नहीं दे पाएगा कर्ज, नए ब्रांच खोलने पर भी रोक.
रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक की गलतियों को देखते हुए यह निर्देश दिया है कि अब वह नई शाखाएं नहीं खोल पाएगा और नहीं कर्ज़ दे पाएगा. इस कार्रवाई से इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस का लक्ष्मी विलास बैंक में प्रस्तावित विलय अधर में अटक गया है.
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के एलवीबी के बोर्ड के खिलाफ शिकायत दर्ज करने और धन की हेराफेरी का आरोप लगने के बाद आरबीआई ने जल्द ही इस पर एक्शन लिया है. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के एलवीबी के बोर्ड के खिलाफ शिकायत दर्ज करने और धन की हेराफेरी का आरोप लगने के बाद आरबीआई ने जल्द ही इस पर एक्शन लिया है.
बैंक के निदेशकों पर केस दर्ज होने की खबर से बीएसई पर शेयर शुक्रवार को 4.94% गिरावट के साथ 36.55 रुपए पर बंद हुआ. एनएसई पर 4.95% नीचे 36.50 रुपए पर बंद हुआ है.