बिग बॉस मराठी का तीसरा सीजन ( Bigg Boss Marathi Season 3 ) बड़े धमाल मस्ती के साथ और वाद – विवादों के साथ आगे जा रहा है। पिछला पूरा हफ्ता मौज मस्ती और वाद – विवादों से भरा हुआ था। हालाकि दर्शकों को भी देखने मजा आया होगा। B B कॉलेज शुरू था और साथ की कई टास्क। साथ हि पिछले हफ्ते बिग बॉस मराठी सीजन चावड़ी में बिग बॉस मराठी के पिछले एपिसोड के दो मशहूर, टॉप कंटेंस्टेंट आए जिन्होंने अभी अभी महाराष्ट्र का दिल जीता है। वह है बिग बॉस मराठी सीजन के विजेता शिव ठाकरे ( Shiv Thackeray ) और दूसरे नेहा शितोले ( Neha Shitole ) थी। रोज डे मनाते हुए उन्होंने कंटेंस्टेंट्स के कान खोल दिए थे।
साथ हि हम सभी जानते है कि बिग बॉस के घर में नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुर हो चुकी है और हर हफ्ते एक सदस्य का इस घर से निकलना अनिवार्य है। इस हफ्ते घर से बाहर निकलने की प्रक्रिया में सुरेखा कुडची, विकास पाटिल, संतोष चौधरी ( दादूस ), विशाल निकम, तृप्ति देसाई, सोनाली पाटिल, मीनल शाह और स्नेहा वाघ यह सभी सदस्य नॉमिनेटेड हुए थे।
इससे सभी दर्शक यह जानने के लिए काफी उत्सुक थे कि आज इन आठ लोगों में से किस घर से बाहर जाना होगा। अंत ने स्नेहा वाघ और सुरेखा कुडची खतरे के क्षेत्र में थी और महेश मांजरेकर ने घोषणा की कि सुरेखा कुडची ( Surekha Kudachi ) को इस हफ्ते बिग बॉस मराठी का घर छोड़ना पड़ा। सुरेखा कुडची अच्छी प्लेयर थी। कॉमेडी सदस्य, पूरे टास्क अच्छे से खेल रही थी साथ ही सभी सदस्यों से बेहद प्यार करती थी और अपने लिए लड़ भी रही थी। पर कुछ न करते हुए भी उन्हे एलिमिनेट होना पड़ा। ऐसे में तृप्ति देसाई, स्नेहा वाघ, जय और परिवार के अन्य सदस्यों को आंखो के आंसू आए।
जाते जाते सुरेखा कुडची ने कहा, इस घर ने कोई भी मनुष्य नहीं है। जैसा कि परिस्थितियों के कारण होता है। लेकिन, जब मुझे बाहर किया गया तो मैंने न रोने की ठान ली थी। लेकिन इस घर में कुछ जादू है। जिस तरह महेश मांजरेकर ने सुरेखा ताई को विशेष अधिकार दिए, उसी तरह उन्होने तृप्ति देसाई को कप्तान बनाया।
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