आज 2 अक्टूबर भारतीय नेता महात्मा गांधी के साथ साथ सभी भारतीय नागरिक लाल बहादुर शास्त्री इनकी जयंती मनाते है ( Lal Bahadur Shastri Jayanti ) महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री इन दोनों नेताओं ने भारत के लिए क्या कुछ नहीं किया। आज भी लोग उन्हे याद करते है। गांधी जी के जन्म के 35 साल बाद ठीक उसकी तारीख को, याने कि 1904 में, लाल बहादुर नाम का लड़का, जो बाद में बड़ा हुआ। भारत के दुसरे प्रधानमंत्री बने और वह उत्तर प्रदेश के मुगलसराय शहर में पैदा हुए थे।
लाल बहादुर शास्त्री 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमंत्री रहे। साथ हि इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री कि उपाधि प्राप्त कि। तो, यहां आज लेख में उनकी जयंती के तौर पर हम आपको उनके बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य बताने वाले है, जिसके बारे में कई लोग नही जानते है।
- जाति व्यवस्था कि एकमात्र सामाजिक बुराई नही थी, जिसके खिलाफ लाल बहादुर शास्त्री लड़ रहे थे। उन्होंने दहेज प्रथा के खिलाफ भी आवाज उठाई और अपनी पत्नी के परिवार से कुछ भी लेने से इनकार कर दिया। अपने ससुर के बार – बार अनुरोध के बाद हि, उन्होंने शादी के उपहार के रूप में कुछ मीटर खादी का कपड़ा लिया।
- स्वतंत्रता आन्दोलन का हिस्सा होने के कारण उन्हे अक्सर जेल में रहना पड़ा और यही वजह है कि जब उनकी बेटी बीमार पड़ गई, तो उन्हे 15 दिनों कि पैरोल पर रहना पड़ा। वह उसके साथ था जब उसने बीमारी के कारण दम तोड दिया।
- जब उनके देते को उनकी नौकरी में अनुचित पदोनत्ती मिली, तो इससे लाल बहादुर शास्त्री चिढ़ गए और उन्होंने तुंरत पदोन्नति को उलटने का आदेश जारी कर दिया।
- 1930 में महात्मा गांधी ने नमक कानून को तोड़ते हुए दांडी यात्रा कि। लाल बहादुर शास्त्री विद्युल ऊर्जा के साथ स्वतंत्रता के इस संघर्ष में शामिल हो गए। उन्होंने कई विद्रोही अभियानों का नेतृत्व किया एव कुल साथ वर्षों तक ब्रिटिश जेलों में रहे।
ताजा तरीन खबरों के लिए हमारे साथ मीडिया हिंदुस्तान (Media Hindustan) पर बने रहे।