सुरेखा सीकरी : हमने 2020 और इस साल यानी की 2021 में बॉलीवुड के कई मशहूर हीरों को खो दिया है। वह हमारे बॉलीवुड के लिए प्रसिद्ध हीरे की तरह थे। और आज के समय में उनकी जगह कोई भी नही ले सकता। आज हमने हम में से और एक सुप्रसिद्ध बॉलीवुड के अभिनेत्री को खो दिया है। उनका नाम है; सुरेखा सीकरी ( Surekha Sikri ) जी हां, अब हमारे बीच में सुरेखा सीकरी नही रही।
सुरेखा सीकरी भारतीय हिन्दी फिल्मों की एक अभिनेत्री थी। उन्होने हिन्दी धारावाहिक के साथ साथ मम्मो ( Mammo ), सरदारी बेगम ( Sardari Begum ), कभी कभी ( Kabhi Kabhi ), दिल्लगी ( Dillagi ) , हरी भरी ( Hari Bhari ), जुबेदा ( Jubeda ), रेनकोट ( Raincoat ), तुमसा नहीं देखा ( Tumsa Nahi Dekha ) और जो बोले सो निहाल ( Jo Bole So Nihal ) जैसे फिल्मों में भूमिका निभाई है। साथ ही साथ वह कलर्स ( Colors ) चैनल पर प्रसारित होनेवाली हिन्दी धारावाहिक बालिका वधू ( Balika Vadhu ) से वह सभी घरों में दादिसा के नाम से जानने लगी। और उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
अभिनेत्री सुरेखा सीकरी 75 साल के थे। उन्हें 2020 में ब्रेक स्ट्रोक को आया था। उसके बाद उन्हें अस्पताल में दखल किया गया था। अस्पताल में लगभग 15 दिनों तक के उपचारों के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया था। पर उनकी प्रकृति दिन भर दिन बिगड़ती ही जा रही थी।
सुरेखा सीकरी इनका आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ। देखने जाए तो; स्ट्रोक के बाद जल्द ही उनकी प्रकृति में सुधारना हो रही थी। साथ ही साथ वह लोगों को पहचान भी रही थी। पर उन्हें चलते वक्त किसी के आधार की जरूरत होती थी।
इसके पहले यानी की 2018 में भी उन्हे ब्रेक स्ट्रोक आया था, और इनमे से उनकी प्रकृति में सुधारना भी हुई थी। पर उसके बाद वह ज्यादा तर काम नहीं कर पाई। सुरेखा सीकरी इन्हें सपोर्टिंग अभिनेत्री के लिए तीन बार नेशनल अवार्ड ( National Award ) मिला है। फिल्मों के अलावा उन्होंने सांझा चूल्हा ( Sanza Chulha ), सात फेरे : सलोनी का सफर ( Saat Phere : Safar Saloni Ka ) और बालिका वधू जैसे धारावाहिक में काम किया है।